औरंगाबाद शहर : सदर प्रखंड के करियावा गांव में आयोजित अनुमंत प्राण प्रतिष्ठा ज्ञान महायज्ञ बुधवार को कलश यात्रा व जलभरी के साथ प्रारंभ हो गया. जलयात्रा में 501 कलश के साथ हजारों श्रद्धालु लगभग तीन किलोमीटर की पैदल यात्रा कर जयपाल बिगहा केशहर नदी से जलभरी की और पुन: यज्ञ मंडप लौटकर पवित्र कलश को स्थापित किया.यज्ञ कमिटी के सदस्य रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि महायज्ञ श्रीश्री 1008 व पीठाधीश्वर स्वामी हरिओम कश्यप जी महाराज के तत्वावधान में प्रारंभ हुई है. अयोध्या,वाराणासी एवं मथुरा के विद्वान संत प्रतिदिन भक्तों को ईश्वरीय महता से अवगत करायेंगे.9 मई तक यह महायज्ञ चलेगा.
जलभरी के दौरान कमिटी के सुदेश सिंह,सत्येंद्र नारायण सिंह, सुरेश सिंह, अरुंजय िसंह, धीरेंद्र कुमार सिंह सहित खैरा मिर्जा पंचायत के हजारों श्रद्धालु शामिल थे.
परीक्षा अपनी, प्रतीक्षा भगवान की व समीक्षा संसार की करनी चाहिए : औरंगाबाद नगर. परीक्षा दे वो भक्त और जो परीक्षा ले वो भगवान. ये बातें चंदा में आयोजित श्री सीताराम नाम महायज्ञ में वृंदावन से पधारे कथा मर्मज्ञ स्वामी मिथिलेश दीक्षित जी ने कही.उन्होंने कहा कि परीक्षा अपनी,प्रतीक्षा भगवान की और समीक्षा संसार की करनी चाहिए.नृत्य गोपालदास जी के कृपापात्र संत रामगोपालदास जी ने हनुमत चरित का चित्रण करते हुए कहा कि वर्त्तमान समय की सबसे बड़ी समस्या बच्चो,युवाओं और वृद्धों के बीच मतैक्य का न होना है.
हनुमान जी को वृद्ध जामवन्तजी की बातें बहुत अच्छी लगी थी.तब उन्होंने सीता खोज में सफलता प्राप्त की.रात्रि में सुनील सिसोदिया का भक्ति नृत्य और रामलीला की भव्य प्रस्तुति रही.डा हेरम्ब कुमार मिश्र ने बताया कि यहां श्रद्धालुओं की सुविधा का भरपूर ध्यान रखा गया है.दिनेश सिंह,नमिलाल सिंह,राजन,प्रमोद सिंह,धर्मेंद्र,सरोज,महेंद्र पांडेय,विनायक मिश्र,शिवप्रसाद सिंह ,दीना सिंह,कुंवर सिंह आदि समस्त ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय है.