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चार ट्रक गेहूं आटा मिल से बरामद
धांधली. सरकारी अनाज की कालाबाजारी औरंगाबाद नगर : औरंगाबाद जिले के जसोइया स्थित शाश्वत राज एग्रो आटा मिल में कालाबाजारी करने के लिए लाया गया एफसीआइ का चार ट्रक गेहूं छापेमारी के दौरान जब्त किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार एफसीआइ, सासाराम से चार ट्रक गेहूं औरंगाबाद, एसएफसी गोदाम के लिए चला था. लेकिन, […]
धांधली. सरकारी अनाज की कालाबाजारी
औरंगाबाद नगर : औरंगाबाद जिले के जसोइया स्थित शाश्वत राज एग्रो आटा मिल में कालाबाजारी करने के लिए लाया गया एफसीआइ का चार ट्रक गेहूं छापेमारी के दौरान जब्त किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार एफसीआइ, सासाराम से चार ट्रक गेहूं औरंगाबाद, एसएफसी गोदाम के लिए चला था. लेकिन, ट्रांसपोर्टर पिंटू कुमार की मिलीभगत से ट्रक चालकों ने गेहूं को कालाबाजारी करने के लिए गोदाम में न उतार कर शाश्वत राज आटा मिल में पहुंचा दिया. इसकी सूचना जिला आपूर्ति पदाधिकारी आलोक रंजन सिन्हा व मुफस्सिल थाना पुलिस को मिली.
सूचना मिलते ही उक्त पदाधिकारी ने बुधवार की रात आटा मिल में छापेमारी की, तो चार ट्रक गेहूं एफसीआइ का पाया गया, जिनमें दो ट्रक गेहूं गोदाम में उतार लिया गया था. इधर, छापेमारी होते ही आटा मिल मालिक कुंदन कुमार माथुर सहित अन्य कर्मी मिल छोड़ कर भाग खड़े हुए, जबकि ट्रक चालक मदनपुर थाने दरभंगा का रहनेवाला विनय सिंह, जम्होर थाने के पटनवा का रहनेवाला अशोक गिरी, झिकटिया का संजय यादव, माधेखाप के विनोद यादव को पुलिस ने ट्रक के साथ गिरफ्तार कर लिया. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि आटा मिल मालिक ट्रांसपोर्टर व ट्रक चालकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. साथ ही, ट्रक को गेहूं सहित जब्त कर लिया गया है.
अगले चंद घंटों में आटा बन जाता सारा गेहूं : जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित जसोइया गांव के समीप शाश्वत राज आटा मिल है़ इस मिल की क्षमता इतना है कि आधे घंटे में एक ट्रक गेहूं को आटा बना देता है. यदि सूचना मिलने के तुरंत बाद पदाधिकारी छापेमारी करने के लिए नहीं पहुंचते, तो दो घंटे के अंदर चार ट्रकों पर लदा गेहूं आटा बन चुका होता. यहां एफसीआइ का चार ट्रक गेहूं यानी कि 1280 बोरा जब्त हुआ. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि दो ट्रक गेहूं रफीगंज एसएफसी गोदाम, एक ट्रक गेहूं हसपुरा गोदाम व एक ट्रक गेहूं देव गोदाम में उतारा जाना था.
पहले भी चावल की कालाबाजारी में जेल जा चुका है अशोक गिरि
एफसीआइ व एसएफसी के गेहूं-चावल की कालाबाजारी करने का कोई नया मामला उजागर नहीं हुआ है. गेहूं कालाबाजारी करने के मामले में जम्होर थाना क्षेत्र के पटनवा गांव निवासी अशोक गिरी ट्रक के साथ पकड़ाया है. वह तीन वर्ष पूर्व एफसीआइ के चावल कालाबाजारी करने के मामले में जेल जा चुका है. इसके बावजूद उसे फिर से सरकारी अनाज की सप्लाइ में लगाया गया.
अधिकारियों के रवैये पर भी उठ रहे सवाल
प्रशासन की इस कार्रवाई से एसएफसी व एफसीआइ के अधिकारियों व कर्मचारियों के रवैये पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. बगैर इनकी मिलीभगत के ट्रांसपोर्टर या ट्रक ड्राइवर शायद ही इस तरह का गड़बड़झाला कर पाते. हालांकि, प्रशासन की ओर से अब तक इसके लिए जिम्मेवार किसी अधिकारी या कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. सूत्रों की मानें, तो सरकारी अनाज की कालाबाजारी का यह गोरखधंधा लंबे समय से चल रहा है.
सभी जिम्मेवार लोगों पर जरूर होगी कार्रवाई
मामले में ट्रांसपोर्टर व अन्य लोगों का इतिहास भी खंगाला जा रहा है. जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा, सभी पर नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जायेगी.
आलोक रंजन सिन्हा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी
एफसीआइ से निकलते ही बंद कर दिया जीपीएस !
चार ट्रक गेहूं जैसे ही सासाराम एफसीआइ से औरंगाबाद एसएफसी गोदाम के लिए चला, वैसे ही दो ट्रकों में लगे जीपीएस को चालक ने ऑफ कर दिया. हालांकि दो ट्रकों का जीपीएस ऑन था, जिसकी मानिटरिंग जिला मुख्यालय से हो रही थी. जैसे ही दो ट्रकों का जीपीएस ऑफ मिला, वैसे ही पदाधिकारी सशंकित हो उठे और इसकी जांच करनी शुरू कर दी.
इसी बीच जिला आपूर्ति पदाधिकारी को इसकी सूचना मिल गयी. रात को एक बजे जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने मुफस्सिल पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर दी, तो चार ट्रक गेहूं पकड़ा गया. इस छापेमारी दल में मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर कृष्णनंदन कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार, दारोगा राजकुमार पांडेय सहित अन्य लोग शामिल थे.
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