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सउदी में फंसे औरंगाबाद के दो युवक, किया जा रहा है अमानवीय व्यवहार
औरंगाबाद/रफीगंज : जिले के रफीगंज शहर के न्यू एरिया मुहल्ले के दो सगे भाई उमाशंकर गुप्ता (27 वर्ष) व नीरज कुमार गुप्ता (22 वर्ष) सउदी अरब में एक बड़ी मुसीबत में फंस गये हैं. परिजनों की मानें, तो उनके साथ मारपीट व अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. इसकी जानकारी पिता अशोक प्रसाद गुप्ता व […]
औरंगाबाद/रफीगंज : जिले के रफीगंज शहर के न्यू एरिया मुहल्ले के दो सगे भाई उमाशंकर गुप्ता (27 वर्ष) व नीरज कुमार गुप्ता (22 वर्ष) सउदी अरब में एक बड़ी मुसीबत में फंस गये हैं. परिजनों की मानें, तो उनके साथ मारपीट व अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. इसकी जानकारी पिता अशोक प्रसाद गुप्ता व मां रीता देवी को तब हुई, जब उमाशंकर ने अपने छोटे भाई धीरज के व्हाट्सएप पर प्रताड़ना से संबंधित वीडीओ पोस्ट की.
इसके बाद घर में खलबली मच गयी. माता-पिता के साथ बुआ नीलम देवी दोनों युवकों को वापस हिंदुस्तान बुलाने के प्रयास में लग गये. नीलम देवी रफीगंज थाना पहुंंचीं और थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा से न्याय की गुहार लगायी. इधर, परिजनों का कहना है कि प्रशासन उन्हें सपोर्ट नहीं कर रहा है. सोमवार को अशोक गुप्ता अपनी पत्नी रीता देवी व अन्य परिजनों के साथ एक कार्यक्रम में रफीगंज पहुंचे केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर मदद मांगी.
दोनों युवकों के परिजनों ने मंत्री से कहा कि रफीगंज के सिहुली गांव के रहनेवाले एजेंट सरफराज खां ने धोखे से दोनों भाइयों को दुबई के बजाय सउदी अरब के रियाद शहर भेज दिया. वहां पर उन्हें एक होटल में साफ-सफाई का काम दिलवा दिया. अब उनके साथ मारपीट हो रही है.
उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. इस पर केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मामला गंभीर है. इस मसले पर विदेश मंत्रालय को ध्यान आकृष्ट करा कर दोनों युवकों को भारत वापस लाने की जल्द कार्रवाई की जायेगी. इधर, रफीगंज थानाध्यक्ष संजय सिन्हा ने कहा कि दोनों भाइयों को एजेंट की मदद से सउदी अरब भेजा गया है. उन्हें गेस्ट रूम की साफ-सफाई के नाम पर भेजा गया, जो उन्हें अब पसंद नहीं आ रहा है. इसी वजह से वे लोग परेशानी में है. वापस लाने के लिए एजेंट से बात हुई है. इस महीने के अंत तक उन्हें वापस आने की संभावना है.
31 दिसंबर को गये थे दोनों भाई
रफीगंज के न्यू एरिया निवासी अशोक कुमार गुप्ता के पुत्र उमाशंकर गुप्ता व नीरज कुमार गुप्ता को प्रखंड क्षेत्र के ही सिहुली गांव के रहनेवाले सरफराज खां ने सउदी अरब में नौकरी दिलाने के नाम पर भेजा था. पहले दुबई भेजने की तैयारी थी, लेकिन एजेंट के कहने पर दोनों रियाद शहर के लिए तैयार हो गये. मां-बाप ने पूरे मामले का जिक्र करते हुए बताया कि जान-पहचान होने के कारण सरफराज से संपर्क किया गया था.
उसने अच्छी नौकरी लगाने की बात कही थी. 18 मार्च, 2015 को दोनों बच्चों का पासपोर्ट बना था. 11 दिसंबर को एजेंट के कहने पर दोनों उसके पास मुंबई गये. 29 दिसंबर को वीजा मिला और 31 दिसंबर को सउदी अरब के रियाद शहर के लिए दोनों ने फ्लाइट पकड़ी. दोनों को रियाद के शमा नादरीन स्वीट्स होटल में काम पर लगाया गया. उन्हे बेहतर काम नहीं दिया गया, बल्कि साफ-सफाई में लगा दिया गया, जो धोखा है.
हमें बचा लो, हो रहा अमानवीय व्यवहार
सउदी अरब में फंसे दो भाइयों ने किसी तरह समय निकाल कर खुद पर अत्याचार की एक कहानी वीडीओ बना कर अपने माता-पिता के पास व्हाट्स अप पर भेज दी. 11 फरवरी को सउदी से दोनों भाइयों का पहला वीडीओ छोटे भाई धीरज के व्हाट्सएप पर मिली. वीडीओ में रोते हुए एक भाई ने कहा कि हमलोगों को बचा लो. उनके साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है. जान पर खतरा बन गया है. उनके साथ धोखा हुआ है.
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