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एक शक्षिक पढ़ाते दो-तीन विषय

एक शिक्षक पढ़ाते दो-तीन विषय देव प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय देव में शिक्षकों की कमी (फोटो नंबर-13)कैप्शन- रानी ब्रजराज कुमारी प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय देव(कैंपस पेज के लिये) औरंगाबाद (नगर)सूर्यनगरी देव ऐतिहासिक व धार्मिक क्षेत्र में तो विख्यात हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में स्थिति काफी खराब है. प्रखंड मुख्यालय स्थित लगभग दर्जनों सरकारी व […]

एक शिक्षक पढ़ाते दो-तीन विषय देव प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय देव में शिक्षकों की कमी (फोटो नंबर-13)कैप्शन- रानी ब्रजराज कुमारी प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय देव(कैंपस पेज के लिये) औरंगाबाद (नगर)सूर्यनगरी देव ऐतिहासिक व धार्मिक क्षेत्र में तो विख्यात हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में स्थिति काफी खराब है. प्रखंड मुख्यालय स्थित लगभग दर्जनों सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय स्थापित हैं. पर सरकारी विद्यालयों की हालात काफी बदतर है. यहां तीन से चार विद्यालय उच्च माध्यमिक हैं, जिनके बदौलत हजारों छात्र-छात्राओं की भविष्य टिकी है. इन विद्यालयों की सूरत तो कुछ हद तक बदली है पर संसाधनों की कमी से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. देव प्रखंड मुख्यालय के रानी ब्रजराज कुमारी प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय में डेढ हजार छात्राएं हैं, पर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना सपना ही बन कर रह गया है. इस विद्यालय में भले ही प्रत्येक साल छात्राओं की संख्या बढ़ रही है, पर संसाधन नहीं बढ़ाये जाने के कारण छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. पढ़ाई के लिए मात्र सात कमरे ही उपलब्ध हैं. किसी तरह छात्राओं की पढ़ाई पूरी करायी जाती है. कई विषयों के शिक्षक नहीं है. एक शिक्षक दो-तीन विषयों की पढ़ाई करवा किसी तरह कोर्स को पूरा करवाते हैं. प्राचार्य मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि कमरों की घोर कमी है. एक बार में अगर सभी छात्राएं विद्यालय पहुंच जाये तो सभी को बैठाना मुश्किल होगा. शिक्षक तो हैं पर एक ही विषय के दो-दो शिक्षक हैं. अधिकांश विषयों के शिक्षक नहीं रहने के कारण छात्राओं की पढ़ाई में थोड़ी परेशानी पहुंचती है.

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