औरंगाबाद (ग्रामीण) : पुत्र के अचानक गायब होने के बाद बिलखती मां की पुकार ने तीन घंटे बाद सही सलामत उसके पास पहुंचा दिया. इतने समय में मामला पुलिस तक पहुंच गया. कुछ समाजसेवी युवाओं के प्रयास के बाद पुलिस भी राहत की सांस ली. हुआ यह कि मदनपुर थाना क्षेत्र के वार गांव निवासी प्रमोद पासवान की पत्नी रूबी देवी अपने दो मासूम बच्चों के साथ इलाज कराने सोमवार को डाॅ शोभा रानी के क्लिनिक में आयी थी.
इसी बीच करीब 11 बजे रूबी का सात वर्षीय पुत्र आशीष कुमार अचानक गायब हो गया. जब पुत्र को पास न देख मां ने खोजबीन शुरू की. रमेश चौक से बाइपास ओवरब्रिज का तीन बार वह चक्कर काटी. चिल्लाते बिलखते महिला को देखकर महाराजगंज रोड में भीड़ उमड़ पड़ी.
बिलखते महिला ने जब अपने पुत्र के गायब होने की बात कही, तो शहर में हड़कंप मच गया. यहां तक कि यह मामला पुलिस तक जा पहुंचा और पुलिसवालों के होश उड़ गये. महिला की पुकार पर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सल्लू खान व एनएसयूआइ के उपाध्यक्ष विवेक कुमार के नेतृत्व में गायब बच्चे की खोजबीन शुरू कर दी गयी. शहर के कुछ अन्य लोग भी बच्चे के तलाश में लग गये.
महिला रूबी देवी को लेकर विवेक नगर थाना पहुंचा और मामला दर्ज कराया. नगर थानाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह ने भी तुरंत पुलिस की गश्ती शहर के कोने-कोने में लगाने का आदेश दिया. लगभग तीन घंटे के बाद आखिरकार आशिष को ओवरब्रिज के समीप से लोगों ने ढूंढ़ निकाला और फिर पुलिस को सौंप दिया.
थानाध्यक्ष ने छात्र संगठन के नेताओं व आम लोगों को इस कार्य के लिए बधाई दी. इधर, शहर के लोग अपहरण की आशंका जता रहे थे, लेकिन बच्चे को सकुशल मिलने के बाद शहरवासियों की आशंका समाप्त हो गयी. थानाध्यक्ष की मानें तो बच्चा भटक गया था. मां ने उसे अस्पताल के पास के ही दुकान से खाने के सामान के लिए पैसे दी थी, इसी बीच वह भटक कर ओवरब्रिज के पास पहुंच गया.