औरंगाबाद (ग्रामीण): सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति करने व कॉलेज को वित्तीय अधिकार देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के छात्र नेताओं ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एम इश्तियाक का पुतला फूंका.
इससे पूर्व प्रदेश सह मंत्री दीपक कुमार के नेतृत्व में छात्रों ने महाविद्यालय परिसर में घुम -घुम कर कुलपति के विरुद्ध आक्रोशित नारे लगाये और व्यवस्था सुधारने की मांग की.
पुतला दहन के उपरांत दीपक ने कहा कि आज जिस तरह से छह महीने से कॉलेज को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है, यह कॉलेज के हीत में नहीं है. कॉलेज का विकास बाधित हो रहा है. मगध विश्वविद्यालय में 22 प्राचार्यो की नियुक्ति अवैध घोषित होने के बाद महाविद्यालयों की स्थिति खराब हो गयी है. लेकिन, इससे कुलपति को कोई लेना देना नहीं है. औरंगाबाद के पांच सरकारी महाविद्यालयों में से चार महाविद्यालयों में प्राचार्य की नियुक्ति अवैध घोषित होने के बाद वित्तीय अधिकार छिन लिया गया है.
इस कारण सभी महाविद्यालयों में छात्रों से संबंधित कार्य पूरी तरह बंद है. कॉलेज अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि महाविद्यालयों की समस्या पर किसी का ध्यान नहीं है. छात्रों की शिकायत सुनने को कोई तैयार नहीं और नहीं कोई योजना विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बनायी गयी. नगर मंत्री काली ने कहा कि वित्तीय व्यवस्था नहीं होने के कारण छात्र हीत का काम बंद है. विश्वविद्यालय से पहले भी आवेदन देकर मामले की सुनवाई करने की मांग की गयी थी. लेकिन, इस पर ध्यान नहीं दिया गया. विश्वविद्यालय के पदाधिकारी केवल कैंपस और पटना पर ध्यान देते हैं. जल्द ही छात्रों की मांग को नहीं मानी गयी तो हमलोग आंदोलन करेंगे. इस मौके पर आकाश कुमार, बबलू कुमार, नितेश कुमार, नवल, मृत्युंजय, मुकुल, शिवा,अनिकेत, अमित आदि शामिल थे.