लेकिन, पढ़ने की उम्र में ही कुछ ऐसे भी छात्र है जिन्हें शहरी चकाचौंध व टीप टॉप में रहने की ख्वाइश ने उन्हें अपराधी बना दिया. ऐसे बच्चों के अभिभावकों को यह भी पता नहीं कि उनका संतान क्या कर रहा है.
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टिप-टॉप में रहने की मंशा ने युवकों को बनाया अपराधी, बाइक चोरी में तीन गिरफ्तार
औरंगाबाद (ग्रामीण): औरंगाबाद शहर में चल रहे कुछ शिक्षण संस्थान औरंगाबाद को शिक्षा का हब, यानी कोटा बनाना चाहते हैं. पहले की तुलना में अब शिक्षा का माहौल बेहतर हुआ है. औरंगाबाद जिले के युवाओं ने हाल के दिनों में अपनी प्रतिभा का परचम भी लहराया है. चाहे वह इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो या मेडिकल […]
औरंगाबाद (ग्रामीण): औरंगाबाद शहर में चल रहे कुछ शिक्षण संस्थान औरंगाबाद को शिक्षा का हब, यानी कोटा बनाना चाहते हैं. पहले की तुलना में अब शिक्षा का माहौल बेहतर हुआ है. औरंगाबाद जिले के युवाओं ने हाल के दिनों में अपनी प्रतिभा का परचम भी लहराया है. चाहे वह इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो या मेडिकल का. सीबीएसइ व बिहार बोर्ड के दसवीं व बारहवीं के परिणाम में भी औरंगाबाद के छात्रों ने टॉपटेन में जगह बना.
ये अलग बात है कि जब उन्हें अपने संतान को अपराध में शामिल होने की जानकारी मिलती है, तब तक काफी देर हो चुका होती है. फिर अभिभावकों के समक्ष आंसू बहाने के अलावे कोई चारा नहीं बचता. दूसरी बात यह है कि अपने ही संतानों के कारण उन्हें समाज में लज्जित भी होना पड़ता है. नगर थाने की पुलिस ने ऐसे ही तीन युवाओं को मोटरसाइकिल चोरी में गिरफ्तार किया है, जिनकी उम्र अभी पढ़ने की है. इनमें एक छात्र मैट्रिक की तैयारी कर रहा था. पकड़े गये तीनों युवकों के पास से चोरी गयी दो मोटरसाइकिल बरामद हुआ है.
दिन भर नगर थाने में चली पैरवी
मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में पकड़े गये तीन युवकों की रिहाई के लिए नगर थाने में पैरवीकारों की भीड़ लगी रही. किसी ने कहा कि सुधरने की नसीहत देकर छोड़ दें, तो किसी ने कहा कि मां का रो-रोकर बुरा हाल है. एक व्यक्ति ने तो यह भी कहा कि हाजत में बंद होने के बाद तो इन्हें खुद सजा मिल गयी. अब तो इन्हें बख्श दिया जाना चाहिए. लेकिन किसी की पैरवी नहीं चली. अंतत: तीनों युवकों को जेल भेज दिया गया.
आलोक को मिली थी बिक्री के लिए चोरी की पल्सर
मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में न्यू एरिया मुहल्ले के आलोक कुमार, भीम कुमार व एक अन्य युवक रिशु कुमार को गिरफ्तार किया गया है. नगर थानाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह ने बताया कि 16 जनवरी को वी मार्ट के समीप से पल्सर मोटरसाइकिल चोरी गयी थी. आठ फरवरी को पुलिस ने आलोक कुमार नामक युवक को ओवरब्रिज के समीप से मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया. आलोक ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे भीम ने बिक्री करने को दिया था. भीम से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मैट्रिक का छात्र है. वी मार्ट के पास से मोटरसाइकिल चुराने में उसके शुभम व छोटू शामिल था. छोटू, शुभम मोटरसाइकिल चुरा रहे थे और मैं आदमी को देख रहा था. जब चोरी सफल हो गयी तो बिक्री करने हेतु आलोक को दिया, लेकिन बिक्री होने से पहले ही आलोक मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि पकड़े गये रिशु कुमार के पास से चोरी का एक पैशन प्रो मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. जबकि, शुभम कुमार अभी फरार है. पूछताछ के क्रम में पुलिस को रिशु ने बताया कि शुभम का बाइक चोरी के गिरोह का तार रांची से जुड़ा हुआ है. घटना से संबंधित प्राथमिकी नगर थानाध्यक्ष के बयान पर ही दर्ज हुई है. इसमें शुभम व रिशु को नामजद आरोपित बनाया गया है. जबकि आलोक और हिमांशु को पूर्व में हुई मोटरसाइकिल चोरी की घटना में जेल भेजा गया है.
नशा भी युवकों में भटकाव का कारण
बिहार पेंशनर समाज के अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह ने कहा कि आज युवाओं को बिगड़ते देख असहज महसूस होता है. कम उम्र में ही नशा का सेवन अब युवाओं में एक आदत सी बन गयी है. बच्चों को अभिभावक अपनी नजरों से ओझल कर रहे हैं. पश्चिमी सभ्यता भी उन पर हावी है. ऐसे में नशा भी युवकों को भटकने में कारगर सिद्ध हो रहा है. अवकाश प्राप्त शिक्षक व मदरपुरा निवासी रामनंदन सिंह कहते हैं कि अब समाज पहले की तुलना में बदनाम हो चुका है और इसके पीछे कारण है आज की बेलगाम युवा पीढ़ी. समाजसेवी विनय सिंह, अशोक कुमार सिंह कहते हैं कि युवाओं को सिर्फ अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देना चाहिए और वह भी पढ़ाई के प्रति .
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