औरंगाबाद सदर: मगही भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर मगध की महिलाओं ने भी मगही महिला समाज का गठन किया है. मगही भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर यह समाज आंदोलन की तैयारी में जुट गया है. इसके लिए आगामी 7 फरवरी को मगध क्षेत्र के औरंगाबाद सहित विभिन्न जिले में इस मुद्दे को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना एवं जिला पदाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति एवं राज्यपाल महोदय के साथ प्रधानमंत्री भारत सरकार तथा मुख्यमंत्री बिहार सरकार को स्मार पत्र दिया जायेगा. संगठन सचिव सावित्री कुमारी ने बताया कि मगही भाषा को मगध क्षेत्र में मान सम्मान और उचित स्थान दिलाना ही मगही महिला समाज का उद्देश्य है. सचिव अर्चना कुमारी ने कहा कि आंदोलन के लिए महिला समाज ने कमर कस ली है.
ज्ञापन देने के साथ ही आंदोलन को और तेज किया जायेगा. वहीं मगही महिला समाज की जनसंपर्क सचिव कुसुम देवी ने कहा कि महिलाओं का आर्थिक एवं सामाजिक शोषण बढ़ा है. महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. मगध क्षेत्र में ऐसी घटनाओं के पीछे उन्नत संस्कार और आत्म गौरव का कमजोर होना है. उन्होंने कहा कि मातृभाषा से व्यक्त होने वाली लोक संस्कृति और इतिहास से ही उन्नत संस्कार एवं आत्म गौरव का मान पैदा किया जा सकता है. इन्हीं विषयों को लेकर मगही महिला समाज आगामी सात फरवरी को जिला मुख्यालय पर धरना देगी.