अररिया : रविवार के पूर्वाह्न में अमीरे शरिअत के निर्विरोध चुनाव के बाद अपराह्न आयोजित इमारते शरिआ का अवामी जलसा देर रात दुनिया भर में अमन शांति के लिए की गयी दुआ के साथ शांतिपूर्ण ढंग से खत्म हो गया. दुआ के समय रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे भी लाखों की तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे.
वहीं नव निर्वाचित अमीरे शरिअत मौलाना सैयद मो वली रहमानी सहित सभी उलेमाओं व अन्य मुसलिम बुद्धिजीवियों ने शिक्षित होने व शिक्षा के प्रचार प्रसार का संदेश दिया. कार्यक्रम का संचालन इमारते शरिआ के नायब नाजिम मौलाना मुफ्ती सुहेल आलम नदवी ने किया.इस अवसर पर इमारते शरिआ के नाजिम मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी, अधिवक्ता मंजूर आलम, मौलाना अनवार आलम, मौलाना फरीद अहमद, मौलाना नजरे तौहीद , डा मो एकबाल, प्रो शकील अहमद आदि ने मौलाना सैयद वली रहमानी के अमीरे शरिअत चुने जाने पर संतोष जताया.
सभा को संबोधित करने वाले उलेमाओं व बुद्धिजीवियों ने कहा कि देश के संविधान में छेड़ छाड़ की कोशिशें कामयाब नहीं होंगी. लोगों को अनावश्यक रूप से विचलित नहीं होना चाहिए.
बल्कि धैर्य व सूझ बूझ से काम लेने की जरूरत है. वहीं कमोबेश सभी अतिथियों ने लोगों से शिक्षा ग्रहण करने व शिक्षित समाज बनाने का आह्वान किया. बालिकाओं का शिक्षित होना जरूरी है.
वक्ताओं ने देश में हमेशा से चले आ रहे सौहार्द व आपसी भाइचारे की सराहना करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि यहां सभी धर्म व समुदाय के लोग आपसी मेल जोल के साथ न केवल रहते हैं.
बल्कि देश को आगे बढ़ाने की साझा सोच रखते हैं. उलेमाओं ने आह्वान किया कि समाज को बेहतर बनाने व सामाजिक बुराइयों को दूर करने में मुसलमानों को खास जिम्मेदारी निभानी जरूरी है. बताया जाता है कि दिन भर के कार्यक्रम को सफल बनाने में हाजी अब्दुल गफ्फार, मुफ्ती इनामुल बारी, महताब आलम, मंजूर आलम, मौलाना रिजवान आलम कासमी व मौलाना मुसव्विर आलम चतुर्वेदी सहित दर्जनों लोगों ने अहम योगदान दिया.