जोगबनी : नेपाल पुलिस व मधेशियों के बीच हुई झड़प के दौरान सोमवार को विराटनगर में पुलिस की गोली से चार लोग घायल हो गये. घायल तीन लोगों का इलाज विराटनगर स्थित गोल्डेन अस्पताल में किया जा रहा है,
जबकि गंभीर रूप से घायल 12 वर्षीय लल्लू सहनी को बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने घोपा रेफर कर दिया है. पुलिस की गोली के शिकार चार में तीन की उम्र 17 वर्ष से भी कम है. 12 वर्षीय लल्लू सहनी के अलावा विशाल केसरी 12 वर्ष, रिंकु केसरी 17 वर्ष व अर्जुन दास 40 वर्ष घायल है.
जानकारी अनुसार नेपाल की कोईराला सरकार के द्वारा रविवार को पारित हुए संविधान का विरोध करते हुए मधेशियों ने विराटनगर में जुलूस निकाला व नये संविधान की प्रति को भी जलाया. इसी दौरान नेपाल पुलिस व आंदोलनकारियों की झड़प हो गयी, जिसमें पुलिस की गोली लगने से चार लोग घायल हो गये.
जिलाध्यक्ष ने लगाया आरोप: मधेशी फोरम के जिलाध्यक्ष जयराम यादव ने प्रभात खबर को दूरभाष पर बताया कि नेपाल में कोईराला सरकार के द्वारा पारित किया गया संविधान मधेश विरोधी है.
इसमें मधेशियों के अलावा थारू, मुस्लिम व आदिवासियों के हित की अनदेखी की गयी है. इससे हमें यह संविधान मान्य नहीं है. जब तक हमारी जायज मांगों को (जिसे अंतरिम संविधान में मान्यता दी गयी थी) मान नहीं लिया जाता है तब तक हम सड़कों पर आंदोलन करते रहेंगे. सरकार के निर्देश पर जिस प्रकार पुलिस बच्चों पर भी गोलियां बरसा रहा है] यह सरकार के बर्बरतापूर्ण कार्रवाई को दिखाता है.