गिरफ्तार आरोपित पति अजय मेहता पूर्णिया के गंगापुर का है निवासी
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पति ने पहले देह व्यापार के दलदल में धकेला, फिर कर ली दूसरी शादी
गिरफ्तार आरोपित पति अजय मेहता पूर्णिया के गंगापुर का है निवासी पूछताछ में पुलिस के समक्ष उगले कई राज अररिया : मां-बाप की लाड़ली बेटी विवाह के बंधन में बंध कर नये सपनों को संग लेकर पिया का घर पहुंची, लेकिन मात्र दो सालों में ही उसके ऊपर इतना अत्याचार हुआ कि वह सीजोफ्रेनिया की […]
पूछताछ में पुलिस के समक्ष उगले कई राज
अररिया : मां-बाप की लाड़ली बेटी विवाह के बंधन में बंध कर नये सपनों को संग लेकर पिया का घर पहुंची, लेकिन मात्र दो सालों में ही उसके ऊपर इतना अत्याचार हुआ कि वह सीजोफ्रेनिया की शिकार हो गयी. विक्षिप्त हालात में वह जिंदगी गुजारने को विवश है. ससुराल वालों ने तो जुर्म की इंतहा कर दी है. जिस पति के संग सात फेरे लिए वह पति उन सात जन्मों के कसमों को भुला कर हैवान बन बैठा. आठ-आठ दिन तक जंजीर से बांध कर भूखे प्यासे रखा. खाना-पानी के बदले उससे पहले जिस्म बेचने को कहा. यह भले ही एक कहानी सी लगती हो, लेकिन इस सच का सामना अररिया नगर थाना के शिवपुरी वार्ड संख्या 09 में रहनेवाली 25 वर्षीय विवाहिता को उसके पति पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के गंगापुर निवासी अजय मेहता, पिता स्व बुच्चू मेहता ने ही कराया.
पति अजय मेहता को अररिया महिला थानाध्यक्ष मीरा कुमारी ने महिला पुलिस बल के साथ अररिया बस स्टैंड स्थित एक चाय दुकान से रविवार को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. लेकिन पुलिसिया पूछताछ में जो बातें सामने आयी हैं. वह दहेज दानवों के कुकृत्य को चौंकाने वाला खुलासा कर रहा है, जो कि लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि आज भी ऐसा हो सकता है.
पति ने ही ले जाकर बेचा जिस्मफरोशी के दल-दल में :
पीड़िता की शादी लगभग दो वर्ष पूर्व उसके माता-पिता ने दो लाख रुपये दहेज व अन्य सामान देकर पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के गंगापुर निवासी अजय मेहता से करायी. शादी के एक साल तक सब कुछ ठीक-ठाक चला. इसके बाद उसके साथ प्रताड़ना का खेल शुरू हुआ. उसके देवर संजय मेहता, ममिया ससुर असर्फी मेहता, सुमन मेहता, चचिया ससुर राजेंद्र मेहता, पंकज मेहता, दीपनारायण मेहता, आरती देवी उसके ऊपर दहेज के रूप में और दो लाख रुपये व्यवस्था करने का दबाव बनाने लगे. मारपीट व प्रताड़ना से तंग पीड़िता किसी तरह अपने मायके अररिया वापस लौटी,
जहां ससुराल वालों द्वारा पंचायती कर पुन: 01 जून 2017 को उसे वापस गंगापुर लेकर चले गये. बीते साल दिसंबर को पीड़िता का पति उसे मुंबई लेकर गया, जहां उससे छुटकारा पाने के लिए उसे जिस्मफरोशी के दल-दल में बेच कर भाग गया. इस बीच वेश्यावृत्ति कराने के लिए उस स्थान पर ऐसी-ऐसी यातनाएं दी गयी, जिसको बता पाना असंभव है. लगभग 15-20 दिन उस कालकोठरी में रही पीड़िता किसी प्रकार वहां से भाग निकली.
भय व यातना ने बना दिया मानसिक रोगी : विक्षिप्त अवस्था में मुंबई की ही एक स्वयं सेवी संस्था श्रद्धा रिहेब्लीएशन फाउंडेशन की नजर उस पर पड़ी. उसका उपचार शुरू हुआ. महाराष्ट्र पुलिस
पति ने पहले देह…
की मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ स्मिथा वातवानी ने उसका उपचार कर यह रिपोर्ट दिया कि प्रताड़ना व पति के साथ बनी दूरी व अनचाहे भय से भयभीत पीड़िता सीजोफ्रेनिया नामक बीमारी की शिकार हो चुकी है. उसे दो वर्षों तक लगातार मेडिकल ट्रीटमेंट की आवश्यकता है. इसके बाद स्वयंसेवी संस्था ने गुड़गांव स्थित उसके भाई राजेंद्र मेहता को सौंप दिया. वहां से वह अररिया वापस लौटी. इधर, इस बीच उसके पति अजय मेहता ने छातापुर में दूसरी शादी रचा ली. यही नहीं उसे जब पता चला कि पहली पत्नी वापस लौट आयी है, तो अपराधियों के साथ शिवपुरी आ धमका व जबरन उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर बनाकर भाग गया.
पीड़िता के पति को जेल भेजा जा रहा है
अनुसंधान के दौरान उक्त बातें सामने आयी हैं. जिस बात का उल्लेख पीड़िता के द्वारा दिये गये आवेदन में किया गया है. गिरफ्तार आरोपित पति को विरुद्ध मानव तस्करी, दहेज उत्पीड़न व पहली बीवी के रहते दूसरी शादी रचाने के आरोप में जेल भेजा जा रहा है.
मीरा कुमारी, महिला थानाध्यक्ष
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