फारबिसगंज : फारबिसगंज शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ईद उल अजहा की नमाज भारी बारिश के दौरान ईदगाहों के बजाय विभिन्न मस्जिदों में मुस्लिम भाईयों ने बड़े ही अकीदत के साथ अदा की. रविवार के सुबह से ही हो रही बारिश की परवाह किये बगैर बुजुर्ग, युवा एवं नन्हें-नन्हें बच्चों ने नये-नये कपड़े पहन कर तथा अतर खुशबू लगा कर अपने अपने करीब के मस्जिदों में पहुंच कर नमाजे ईद उल फितर अदा की. नमाज अदा करने के बाद नमाजियों ने, जिसमें नन्हें-नन्हें बच्चे भी शामिल थे ने एक-दूसरे से गले मिल कर ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी.
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फारबिसगंज में अकीदत के साथ अदा की गयी ईद-उल-अजहा की नमाज
फारबिसगंज : फारबिसगंज शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ईद उल अजहा की नमाज भारी बारिश के दौरान ईदगाहों के बजाय विभिन्न मस्जिदों में मुस्लिम भाईयों ने बड़े ही अकीदत के साथ अदा की. रविवार के सुबह से ही हो रही बारिश की परवाह किये बगैर बुजुर्ग, युवा एवं नन्हें-नन्हें बच्चों ने नये-नये कपड़े पहन कर […]
ईद उल अजहा की नमाज शहर के अहले सुन्नत जामा मसजिद जुम्मन चौक, मदीना जामा मस्जिद गुदरी मुहल्ला, बड़ी जामा मसजिद सदर रोड, जामा मसजिद धत्ता टोला, मरकज जामा मस्जिद दरभंगिया टोला, कुढैली, हरिपुर, भागकोहेलिया मियां हाट, ढोलबज्जा, पोठिया, सैफगंज, परवाहा, अमहारा, रिकटगंज, बथनाहा सहित विभिन्न स्थानों पर मसजिदों व ईदगाहों में बड़े ही अकीदत के साथ मुसलिम भाईयों ने नमाजे ईद उल अजहा अदा की. नमाज के बाद हुई सामूहिक दुआ में देश राज्य एवं शहर, गांव, घर परिवार में शांति, भाईचारा, गुनाहों से मगफिरत की दुआ की गयी.
नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम भाईयों ने अपने अपने घरों में बकरे की कुर्बानी दी. इस मौके पर शहर के सदर रोड स्थित बड़ी जामा मस्जिद में इमाम हजरत मौलाना अब्दुल मतीन साहब ने तथा मदीना जामा मस्जिद में ईमाम हजरत मौलाना अशफाक रजा ने उपस्थित नमाजियों को ईद उल अजहा के त्योहार में कुर्बानी देने की अहमियत पर नमाजियों को विस्तृत रूप से जानकारी दी. इस मौके पर हजरत मौलाना अशफाक रजा ने अपने तकरीर के दौरान कहा कि जिसके पास साढ़े सात तौला सोना और साढ़े बाव तोला चादी हो, वैसे मुस्लिम भाईयों पर कुर्बानी करना वाजिब है. उन्होंने बताया कि अल्लाह ने हजरत इब्राहिम अलैहस्सलाम को सबसे प्यारी चीज कुर्बान करने को कहा तो उन्होंने अपने बेटे इस्माइल को कुर्बान किया. कुर्बानी के समय चमत्कार हुआ और बेटे की जगह दुम्बा अर्थात बकरे की कुर्बानी हुई. अल्लाह ने हजरत इब्राहिम को खलीलुल्लाह यानी अपना दोस्त व इस्माइल को जबीउल्लाह यानी अल्लाह का जबीह का रुतबा दिया. बताया कि कुर्बानी ईद उल अजहा के नमाज के बाद से लगातार तीन दिनों तक दी जाती है. इस मौके पर नप के पूर्व मुख्य पार्षद सह कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शाद अहमद, राकपा नेता मनोज जायसवाल, समाजसेवी वाहिद अंसारी, इजहार अंसारी, प्रिंसिपल ए जमा साहब, सईदुज्जमा, गुड्डू खान, मो इस्लाम, अशफाक आलम उर्फ डान, राजा अली सहित अन्य गणमान्य लोगों मौजूद थे.
चाक-चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था
मुस्लिम भाईयों का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार ईद उल अजहा को ले कर स्थानीय अनुमंडल प्रशासन ने सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था किये थे. शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी ईदगाहों एवं मस्जिदों के समीप दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी, जबकि इस मौके पर एसडीओ अनिल कुमार,डीएसपी अजित कुमार सिंह, थानाध्यक्ष मुकेश कुमार साहा काफी सक्रिय होकर लगे रहे और मॉनीटरिंग करते रहे.
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