वर्तमान में पाटलिपुत्र से जदयू के डॉ रंजन प्रसाद यादव सांसद हैं. परिसीमन के बाद पहली बार बनी इस सीट पर जदयू-भाजपा के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने जीत दर्ज की थी. रंजन यादव ने अपने चिर परिचित प्रतिद्वंद्वी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को करीब दस हजार वोटों के अंतर से हराया था. इस बार मामला थोड़ा दिलचस्प रहने की उम्मीद है.
गंठबंधन टूटने के बाद भाजपा ने इस सीट पर लालू प्रसाद के नजदीकी रहे रामकृपाल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि राजद की तरफ से उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती मैदान में होंगी. वर्तमान सांसद डा रंजन यादव अपनी दावेदारी को मजबूत बनाने के लिए फिर से जदयू उम्मीदवार के तौर पर खड़े दिखेंगे. वैसे तो इस सीट पर मामला त्रिकोणीय ही दिख रहा है, मगर दूसरे दलों व निर्दलीय खड़े होनेवाले उम्मीदवार अपने-अपने इलाके में वोट काट कर जीत-हार के अंतर को घटाने-बढ़ाने में अपना योगदान देंगे.
पटना साहिब में अभिनेता के सामने डॉक्टर
पटना साहिब सीट से पिछले लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने वाले भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा इस बार भी चुनाव मैदान में खड़े होंगे. उनको भाजपा ने एक बार फिर उम्मीदवार बनाया है.
इस बार कायस्थ बहुल इस सीट पर जदयू ने प्रख्यात चिकित्सक पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा ,जबकि कांग्रेस ने राज कुमार राजन को टिकट दिया है. टिकट की घोषणा के बाद भी शत्रुघ्न सिन्हा अभी पटना से बाहर हैं, वहीं डॉ गोपाल प्रसाद लगातार इलाकों में जाकर कैंप कर रहे हैं. उनका जनसंपर्क अभियान भी लगातार चल रहा है.
अधिसूचना के साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार राज कुमार राजन का जनसंपर्क अभियान भी शुरू हो जायेगा. भाकपा (माले, कानू सान्याल गुट) ने इस सीट पर नंदकिशोर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. नामांकन की शुरुआत होते ही कई निर्दलीय व छोटे दलों के उम्मीदवार भी मैदान में खड़े दिखाई देंगे.