पटना: लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी से उम्मीदवारों का नाम तय करने को लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बैठक होने वाली है लेकिन बैठक से कुछ ही घंटे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता दूसरे दलों से पार्टी में आए नेताओं को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जता रहे हैं.
बिहार के वरिष्ठ मंत्री नरेन्द्र सिंह और वृषिण पटेल तथा पार्टी के दो निवर्तमान सांसदों विश्वमोहन कुमार और अश्वमेघ देवी ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से मुलाकात कर दल बदलुओं को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जतायी.
पिछले सप्ताह संकल्प यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फिल्म निर्माता प्रकाश झा, वैद्यनाथ महतो और अश्विनी कुमार सिंह के नामों की घोषणा पर नरेन्द्र सिंह ने पहले ही विरोध जताते हुए कहा था कि राह चलते टिकट देना बंद करो.मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान बेतिया संसदीय सीट से झा को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी. इसके अलावा हाल में भाजपा से जदयू में आए अश्विनी कुमार सिंह को मोतिहारी तथा वैद्यनाथ महतो को वाल्मीकीनगर संसदीय सीट से उम्मीदवार बताया था.
राज्य अतिथिशाला में शरद से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नरेन्द्र सिंह ने कहा कि पार्टी अधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श किए जाने के बाद टिकट आवंटन को लेकर एक कमेटी का गठन किया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि जदयू के असली कार्यकर्ता उनके स्थान पर दल-बदलुओं को टिकट दिए जाने से नाराज हैं. सिंह ने कहा कि दूसरे दलों से जदयू में शामिल होने वालों का स्वागत है पर उन्हें तुरंत टिकट दिया जाना अच्छी परिपाटी नहीं है.
वहीं वृषिण पटेल ने कहा कि जदयू के भीतर कई योग्य उम्मीदवार हैं उनकी पहचान किए जाने की जरुरत थी.इस अवसर पर उपस्थित जदयू के दोनों निवर्तमान सांसद विश्वमोहन कुमार और अश्वमेघ देवी ने भी अंतिम समय में पार्टी में शामिल होने वालों के बदले पुराने कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाना चाहिए.
शरद से मिलने इन नेताओं में से किसी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया. राजद छोड़कर कल जदयू में शामिल हुए शकुनी चौधरी को खगड़िया राजद के बागी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह को आरा तथा अख्तरुल ईमान को किशनगंज से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है.उल्लेखनीय है कि गत 11 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि दो से तीन दिनों में होली के पूर्व उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने कहा था कि उम्मीदवारों के नामों की घोषणा चाहे एक साथ या चरणबद्ध किया जाए यह मायने नहीं रखता है.