पटना : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित तीसरे मोर्चे में शामिल अन्य नेताओं को फिर प्रधानमंत्री बनने के सपने देखने वालों या भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों की टोली का जमवाड़ा बताए जाने पर नीतीश ने आज कहा कि यह मोर्चा जो कि उन्हें परेशान कर रहा है लोकसभा चुनाव के बाद पहले मोर्चे के रुप में उभरकर सामने आएगा.
नीतीश ने आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि तीसरे मोर्चे को लेकर उनका (नरेंद्र मोदी) अलाप सही मायनों में डर है कि उक्त मोर्चा चुनाव बाद पहले मोर्चे के रुप में उभरकर सामने आने वाला है. गैर कांग्रेस और गैर भाजपा 11 दलों वाले उक्त मोर्चे की कामयाबी के प्रतिशत आश्वस्त नीतीश ने कहा कि वे न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत केंद्र में सरकार बनाएंगे.
मोदी के तीसरे मोर्चे में शामिल एक दर्जन से ज्यादा लोगों के प्रधानमंत्री बनने के लिए कपडे सिलाकर बैठे होने की टिप्पणी पर नीतीश ने कहा कि वह डिजाईनर कपड़ों में विश्वास रखते हैं पर हम नहीं. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने यह दावा किया है कि वह प्रधानमंत्री पद के अधिक योग्य उम्मीदवार हैं नीतीश ने कहा कि उन्होंने यह बात किसी प्रश्न के संदर्भ में कहा था.
नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह बेतिया में अपनी संकल्प यात्रा के दौरान कहा था कि संसदीय और राज्य को चलाने के उनके अनुभव के आधार पर वह उन लोगों से जो कि प्रधानमंत्री की कुर्सी के चारों ओर मंडरा रहे हैं उनसे उक्त पद के लिए बेहतर योग्य उम्मीदवार हैं. नीतीश का निशाना नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की पसंद राहुल गांधी की ओर था.
यह पूछे जाने पर क्या वे स्वयं के प्रधानमंत्री बनने की संभावना को लेकर गंभीर हैं नीतीश से मजाकिया अंदाज में कहा कि क्या उसके लिए वह उन्हें नालायक समझते हैं. नीतीश ने भाजपा पर सत्ता के लिए जाति और समुदाय का कार्ड खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि पशुपालकों के कल्याण के नाम पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार जाति और समुदाय का कार्ड खेलने का आरोप लगाया.
उन्होंने भाजपा के प्रचार अभियान की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारतीय होने के बदले उनके लिए जाति और समुदाय पहले है. मोदी के पिछडे समुदाय के आने के दावे की हवा निकालने के लिए नीतीश ने कहा कि वे एक गरीब और स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आते हैं.