कोतवाली डीएसपी ने बताया कि टीपीसी के उग्रवादी मनीष महतो ने लेवी के लिए गत 18 फरवरी को कुच्चू से कामता को जोड़नेवाली सड़क का निर्माण कार्य बंद करवा दिया था. घटना को लेकर मनीष महतो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. शुक्रवार को ओरमांझी थाना प्रभारी सुमन कुमार सुमन को सूचना मिली कि टीपीसी के कुछ उग्रवादी सैनिक मार्केट के पास पहुंचने वाले हैं. इस सूचना पर ओरमांझी थाना प्रभारी ने डेली मार्केट थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद के साथ छापेमारी की. छापेमारी के दौरान उग्रवादियों का पीछा कर कार सहित डेली मार्केट के पास से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार जेल भेजने से पूर्व उग्रवादियों से पूछताछ की गयी. पूछताछ में जयराम और रोहित ने बताया कि वे दस्ता के साथ चलते थे, जबकि प्रदीप और राजेश ने बताया कि वे संगठन को संरक्षण देने का काम करते थे. महेश ने कहा कि बरामद सफारी कार उसने फाइनेंस से खरीदी है. वह प्रतिमाह कार के लिए 26 हजार किस्त भी जमा करता है.
भीखन गंझू के निर्देश पर ही स्थानीय स्तर पर नागेश्वर गंझू और अर्जुन गंझू के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है. गिरफ्तार उग्रवादी इस कमेटी से भी जुड़े हैं. सभी को कमेटी की ओर से 10 हजार रुपये प्रतिमाह दिये जाते हैं. गिरफ्तार उग्रवादियों ने बताया कि वे भीखन गंझू के लिए पिपरवार और अशोक परियोजना सहित अन्य परियोजना में ट्रांसपोर्टिंग का काम करनेवाले लोगों से लेवी की वसूली करते हैं. जयराम और राजेश ने लेवी वसूली किये जाने की बात को भी स्वीकार किया है.