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बाढ़ एनटीपीसी में फर्जी नौकरी लगाने का भंडाफोड़, नौ से ठग लिये छह लाख
जालसाज गिरफ्तार, तीन नियुक्तिपत्र और दो मोबाइल बरामद बाढ़ : पुलिस ने मंगलवार को बाढ़ एनटीपीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये ठगने के आरोप में जालसाज मिंटू को गिरफ्तार किया. उसने तीन लोगों को नियुक्तिपत्र देकर एनटीपीसी एचआर विभाग में योगदान करने के लिए भेजा था, जो जांच के दौरान फर्जी […]
जालसाज गिरफ्तार, तीन नियुक्तिपत्र और दो मोबाइल बरामद
बाढ़ : पुलिस ने मंगलवार को बाढ़ एनटीपीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये ठगने के आरोप में जालसाज मिंटू को गिरफ्तार किया. उसने तीन लोगों को नियुक्तिपत्र देकर एनटीपीसी एचआर विभाग में योगदान करने के लिए भेजा था, जो जांच के दौरान फर्जी निकला. पुलिस ने आरोपित के पास से तीन कर्मचारियों के पहचानपत्र, दो मोबाइल और तीन नियुक्तिपत्र बरामद किया है.
आरोपित के पास से एनटीपीसी के पूर्व अधिकारी का पहचानपत्र मिला, जिससे मामला गंभीर हो गया है. जानकारी के अनुसार खुसरूपुर थाने के बैकटपुर गांव निवासी चंद्रशेखर प्रसाद का पुत्र मिंटू कुमार एनटीपीसी में काम कर रही यूपीएल कंपनी का कर्मचारी है. उसने एनटीपीसी बाढ़ परियोजना में आसपास के लड़कों को नौकरी दिलाने के नाम पर काफी रकम वसूली थी. उसके द्वारा दिये गये फर्जी नियुक्तिपत्र के आधार पर आरा निवासी अंशु कुमार एनटीपीसी के एचआर दफ्तार में योगदान करने पहुंचा. एनटीपीसी के एचआर प्रबंधक नवीन अनमोल हरेंज ने अपना दस्तखत फर्जी पाया.
जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ की श्री हरेंज का हस्ताक्षर स्कैन कर फर्जी नियुक्तिपत्र मुगलसराय निवासी अनूप मिश्र, सिद्धार्थ सिंह और आरा निवासी परवीन कुमार को भी जारी किया गया है. इस गिरोह के झांसे में करीब नौ लड़के से छह लाख रुपये की ठगी कर ली गयी है. सभी लड़कों से किश्त में रकम वसूलने के बाद एचआर का नियुक्तित्र दिया गया था. जांच के दौरान एनटीपीसी थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने आरोपित यूपीएल कर्मी मिंटू कुमार को पकड़ा. उसके पास से एनटीपीसी बाढ़ का फर्जी पहचानपत्र मिला.
गौरतलब बात यह है कि मिंटू के पास से एनटीपीसी बाढ़ में पूर्व में पदस्थापित अधिकारी सरोज वारिक कर्मचारी संख्या 102940 का भी पहचानपत्र मिला है. इस अधिकारी का स्थानांतरण अक्तूबर 2015 में ही दूसरी जगह हो गया था. आरोपित कर्मी मिंटू 2008 से ही एनटीपीसी में काम कर रहा है और उसका संबंध एनटीपीसी अधिकारियों के साथ था. इस कारण लड़के अासानी से उसके झांसे में आ गये.
ये हुए ठगी के शिकार : इस ठगी मामले में आरा जिले के पेठौर निवासी अंशु कुमार से 90 हजार, आकाश कुमार से 28 हजार, मनीष कुमार से
60 हजार, नागेंद्र कुमार से 60 हजार, पंकज तिवारी से 60 हजार, परवीन कुमार से 40 हजार, गया निवासी अंकेश कुमार से एक लाख 20 हजार, मुगलसराय निवासी अनूप मिश्र से 40 हजार और सिद्धार्थ सिंह से 42 हजार रुपये नौकरी के नाम पर वसूले जाने की बात सामने आयी है. इस मामले में एचआर प्रबंधक नवीन अनमोल हरेंज का कहना है कि उनका हस्ताक्षर पूरी तरह फर्जी है और मिंटू के द्वारा जालसाजी की गयी है.
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