।। विजय सिंह ।।
आग लगने की घटनाओं पर लगेगा अंकुश, फिलहाल 22 ट्रेनों में होगी सुविधा
पटना : स्मोकिंग करने वाले अब चलती ट्रेनों में सिगरेट नहीं सुलगा सकेंगे. इसके लिए ट्रेनों में एंटी फायर सॉफ्टवेयर शीघ्र लगेगा. इसकी खासियत होगी कि ट्रेन में सिगरेट जलाते ही ट्रेन पहले धीमी होगी और फिर दो से तीन मिनट में ट्रैक पर खड़ी हो जायेगी. इस तकनीक को आरडीएसओ की स्वीकृति मिल गयी है. अब इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत राजधानी,शताब्दी व प्रीमियम ट्रेनों में इस्तेमाल किया जायेगा.
पटना से चलने वाली राजधानी में भी होगी सुविधा
रेलवे ने एंटी फायर तकनीक विकसित किया है. रेलवे की रिसर्च डिजाइनर्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) ने इसका सफल परीक्षण किया है. राजधानी व शताब्दी की ट्रेनों में इस तकनीक के इस्तेमाल के बाद अगर ट्रेन रुकी, तो रेलवे जुर्माना वसूलेगी. यह भी पता चलेगा कि ट्रेन के किस कोच में सिगरेट सुलगाया गया है.
योजना के इस्तेमाल के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत 22 गाड़ियों का चयन किया गया है. इसमें राजधानी की आठ, शताब्दी की आठ तथा छह प्रीमियम ट्रेनें शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो इसमें पटना से चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस के भी शामिल होने की बात कही जा रही है. तकनीक के सफल होने पर अन्य ट्रेनों में इसका इस्तेमाल होगा.
शौचालय के पास लगेगा सॉफ्टवेयर
चयनित ट्रेनों में सॉफ्टवेयर को कोच में शौचालय के समीप लगाया जायेगा. कोच में धुआं होने और ज्वलनशील पदार्थ के इस्तेमाल पर सॉफ्टवेयर एक्टिव हो जायेगा और ट्रेन खड़ी हो जायेगी.