पटना: समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर प्रखंड का बीडीओ भी करोड़पति निकला. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने बुधवार को उसके राजधानी स्थित आवास पर छापेमारी कर 90 लाख, 53 हजार 299 रुपये की चल और अचल संपत्ति का भंडाफोड़ किया है.
छापेमारी में इओयू की टीम को बीडीओ द्वारा राजस्थान के पोखरण में खरीदी गयी जमीन के भी दस्तावेज मिले हैं. इसके अलावा पटना व इसके आसपास कई स्थानों पर खरीदी गयी जमीन, सवा दो लाख रुपये की नकदी, सोने के दो बिस्कुट समेत लाखों के स्वर्णाभूषण बरामद किये गये हैं.
ईश्वर दयाल को वर्ष 2009 में सांख्यिकी सहायक के पद से प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद पर प्रोन्नति मिली थी. नाला रोड के रामकृष्ण मिशन लेन (लंगरटोली गली) स्थित घर की तलाशी में इओयू की टीम को कुल सवा दो लाख रुपये की नकदी, डेढ़ लाख रुपये के घरेलू सामान, एक मोटरसाइकिल व दो लाख, 79 हजार, 230 रुपये मूल्य के सोने व चांदी के गहने और 71 ग्राम वजन के सोने के दो बिस्कुट भी बरामद किये गये हैं. अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने बताया कि बीडीओ ईश्वर दयाल के ठिकानों से इओयू को 73 लाख, 39 हजार, 069 रुपये की अचल संपत्ति तथा 17 लाख, 14 हजार, 230 रुपये की चल संपत्ति का पता लगा है.
बीडीओ व उसके परिजनों के बैंक खातों में रखे कुल 10 लाख, 15 हजार रुपये का भी पता चला है. पोखरण में खरीदी गयी जमीन की कीमत का अभी मूल्यांकन नहीं किया जा सका है. इओयू द्वारा उसकी संपत्ति के लगाये गये हिसाब के अनुसार, वर्ष 1990 में सांख्यिकी सहायक के पद पर सरकारी सेवा में आये ईश्वर दयाल की आय से अनुमानित बचत 20 लाख, 27 हजार, 500 रुपये की है, जबकि इस दौरान उसने कुल 90 लाख, 53 हजार रुपये से भी अधिक की चल और अचल संपत्ति अर्जित की है. बरामदगी में घर और जमीन कीमत वास्तविक कीमत से बहुत कम आंकी गयी है. उसके खिलाफ इओयू ने आय के ज्ञात स्नेत से कुल 70 लाख, 25 हजार, 799 रुपये की काली कमाई करने का मुकदमा (08/14) दर्ज कर लिया है. इस साल भ्रष्ट लोक सेवकों के खिलाफ की गयी इओयू की यह आठवीं कार्रवाई है.