पटना: लोकसभा चुनाव के लिए जदयू ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में घोषणा कि पार्टी उम्मीदवारों का चयन 16 फरवरी तक हो जायेगा. 20 फरवरी के बाद किसी भी दिन उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जायेगी.
सूत्रों के मुताबिक, आधे दर्जन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जायेंगे और उनकी जगह नये उम्मीदवार उतारे जायेंगे. चार सीटों पर भाजपा के विधायकों को जदयू उम्मीदवार बना सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की सहमति के बाद 22 फरवरी को उम्मीदवारों की सूची जारी कर देने की उम्मीद है. पार्टी इस बार 40 में 30 से 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. पांच सीटें वाम दलों को दिया जा सकता है. भाकपा ने पांच सीटों पर दावा किया है, जबकि माकपा की दावेदारी भी तीन सीटों पर है. 2009 के चुनाव में भाजपा से समझौते के कारण 25 सीटों पर जदयू लड़ा था.
क्या होगा फॉमरूला
जदयू ने सीटिंग गेटिंग के आधार पर टिकट बंटवारे का निर्णय लिया है. पार्टी से बगावत करनेवाले आधे दर्जन सांसदों पूर्णमासी राम, मंगनी लाल मंडल, कैप्टन जय नारायण निषाद, सुशील कुमार सिंह का टिकट कटना तय है. इनके अतिरिक्त उम्र के आधार पर वैशाली के सांसद रामसुंदर दास की जगह नये उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं. तीन चरणों में इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. पहले चरण में वैसे सांसदों को चुनाव क्षेत्र में जाने को कहा जायेगा जिनके ऊपर कोई ‘इफ-बट’ नहीं है. दूसरे चरण में तालमेल वाली सीटों की घोषणा की जायेगी और उम्मीदवार के नाम जारी किये जायेंगे. तीसरे चरण में भाजपा और राजद के रुख भांपने के बाद अंतिम सहमति बनायी जायेगी.
क्या है चर्चा : चर्चा के मुताबिक, पटना साहिब में भाजपा को घेरने के लिए बिहारी बाबू के टक्कर के उम्मीदवार उतारे जायेंगे. मधुबनी की सीट भाकपा मांग रही है. ऐसे में पार्टी का रुख राजद-कांग्रेस के संभावित गंठबंधन को भांपने की है. गंठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गयी, तो राजद के संभावित उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी पर जदयू की नजर होगी. मिथिलांचल की तीन सीटों- झंझारपुर, मधुबनी और दरभंगा में से एक पर अति पिछड़ा, एक पर ब्राrाण और एक पर मुसलिम उम्मीदवार उतारने की पार्टी में सहमति बनी है. महाराजगंज सीट पर जदयू विधान पार्षद महाचंद्र प्रसाद सिंह ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है. महाचंद्र प्रसाद सिंह की यह पसंद की सीट रही है. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर यहां से भाग्य आजमा चुके हैं. 2013 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में जदयू ने शिक्षा मंत्री पीके शाही को अपना उम्मीदवार बनाया था. पूर्वी चंपारण से आनेवाले भाजपा विधायक अवनीश कुमार सिंह और एक दूसरे विधायक राणा गंगेश्वर भी जदयू की सूची में बताये जाते हैं.