जिला योजना शाखा के सभी खाते सील
पटना : जिला योजना शाखा से फर्जी निकासी का मामला सामने आया है. यहां से डीएम और जिला योजना पदाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से 3.56 करोड़ की निकासी कर ली गयी है. इसका पता चलते ही योजना शाखा के सभी बैंक खातों को सील कर दिया गया है. यहां से मार्च, 2012 से अब तक 20 चेक गायब हैं.
इससे फर्जी निकासी की राशि बढ़ने की आशंका है. यह साढ़े आठ करोड़ तक पहुंच सकती है. इस संबंध में गांधी मैदान थाने में योजना शाखा के पूर्व नाजिर विकास कुमार, वर्तमान नाजिर वीरेंद्र कुमार और अनुसेवी जगदीश प्रसाद शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. तीनों कर्मियों को दफ्तर से गिरफ्तार किया गया है.
जालसाजों ने निकासी के लिए आंध्रा बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा की पटना से बाहर की तीन शाखाओं का इस्तेमाल किया. 1.51 करोड़ चेन्नई स्थित आंध्रा बैंक, 1.2 करोड़ धनबाद स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा और 1.3 करोड़ चेन्नई स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा से निकासी की गयी. आंध्रा बैंक, चेन्नई से की गयी निकासी पेंटागन ग्लोबल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई के नाम से की गयी है. अन्य दो चेकों से निकासी किसके नाम से हुई है, इसका पता नहीं चला है. इसका खुलासा पिछले सोमवार को योजना शाखा की समीक्षा बैठक में हुआ. इसकी तहकीकात की गयी, तो पता चला कि सही में फर्जी निकासी की गयी है.
खाते में सिर्फ पांच हजार
डीएम डॉ एन सरवण कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आंध्रा बैंक के चेकबुक की जांच की गयी, तो खाता संख्या 041810100014833 के चेक संख्या 820828 द्वारा 1.51 करोड़ जारी किया गया है, जो गायब है. बैंक से जानकारी मांगी गयी, तो बताया गया कि 31 अक्तूबर, 2013 को राशि की निकासी हो गयी है. इसके बाद योजना शाखा के जितने भी बैंक खाते हैं, उन्हें सील कर दिया गया है.
इसके साथ ही जांच की गयी, तो पता चला कि मार्च, 2012 से लेकर अब तक 20 चेक गायब हैं और साढ़े आठ करोड़ की फर्जी निकासी होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि फर्जी निकासी का मामला सामने आया, तो आंध्रा बैंक के अधिकारी से खाते की जानकारी मांगी गयी. इसमें पता चला कि वर्तमान में सिर्फ पांच हजार रुपये खाते में है.
दो दिनों में आयेगी जांच रिपोर्ट : डीएम
डीएम ने कहा कि मामला उजागर होने के बाद डीडीसी के नेतृत्व में नौ अधिकारियों की टीम बनायी गयी है, गायब चेक और संलिप्त कर्मचारियों की जांच की जा रही है. दो दिनों में जांच रिपोर्ट मिल जायेगी और संबंधित लोगों पर कानूनी व विभागीय दोनों कार्रवाई की जायेगी. एक सवाल के जवाब में डीएम ने कहा कि नाजिर के देख-रेख में चेक रहता है. पूर्व व वर्तमान नाजिर से पूछताछ की जा रही है. इसके बाद नामजद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
कहां कितने के चेक भुनाये
बैंक शाखा राशि
आंध्रा बैंक चेन्नई 1.51 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा धनबाद 1.2 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा चेन्नई 1.3 करोड़
जरूरत पड़ी तो निगरानी से करायेंगे जांच : डीएम
डीएम ने बताया कि जांच टीम से संतोषजनक रिपोर्ट नहीं मिली, तो निगरानी ब्यूरो से जांच करायी जायेगी. साथ ही योजना शाखा का ऑडिट भी कराया जायेगा. शाखा के अधिकारी व कर्मचारी की संलिप्तता के बिना इतनी बड़ी राशि की फर्जी निकासी कैसे संभव है. चेकबुक से 20 से अधिक चेक गायब हैं. जो गंभीर मामला है. किसी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा.
– चेन्नई व धनबाद स्थित बैंक शाखाओं में भुनाये गये चेक
– पूर्व-वर्तमान नाजिर व अनुसेवक गिरफ्तार
– डीडीसी के नेतृत्व में नौ सदस्यीय जांच टीम गठित
– 20 चेक गायब, और 8.5 करोड़ रुपये की निकासी की आशंका
– समीक्षा बैठक में हुआ खुलासा