पटना: नालंदा के किसान राज्य में उद्योग लगाने के लिए 300 एकड़ जमीन देने को तैयार हैं. राज्य सरकार को इस आशय का प्रस्ताव मिला है. उन्हें उम्मीद है कि उद्योग लगने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा. इसी प्रकार निजी औद्योगिक क्षेत्र के लिए जमीन देने का मोकामा से एक किसान का प्रस्ताव मिला है. उद्योग मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि कई किसान स्वेच्छा से उद्यमियों को सर्किल रेट पर जमीन देने के लिए तैयार हैं.
कई किसानों ने विभाग से संपर्क साधा हैं. कुछ उद्यमियों ने भी जमीन के लिए विभाग से संपर्क साधा है. किसान से स्वयं उद्यमी बात करेंगे और जमीन हासिल करेंगे. आइटीसी लिमिटेड के चेयरमैन वाइसी देवेश्वर ने खुद आरा-बक्सर में खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग लगाने की इच्छा जाहिर की है. पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित हीरा कटिंग फैक्टरी के संचालक पटना में ही एक और फैक्टरी लगाना चाहते हैं.
मंत्री ने कहा कि उद्योग लगाने में जमीन अधिग्रहण बड़ी समस्या रही है. उद्यमियों को भी इसमें काफी परेशानी होती है. अब जब किसान खुद जमीन देंगे, तो अधिग्रहण की समस्या भी नहीं रहेगी. मुंबई में 19 अक्तूबर को हुई बिहार राज्य निवेश सलाहकार परिषद की बैठक में कई उद्यमियों को बिहार में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित किया गया.