– रामनरेशचौरसिया –
19 विधायक व विधान पार्षद भी चुनाव लड़ने की तैयारी में
पटना : जदयू से गंठबंधन टूटने के बाद भाजपा राज्य की सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. विशेषकर उन 25 सीटों पर मंथन चल रहा है, जो पिछले चुनाव में गंठबंधन के तहत जदयू को मिली थीं. इन सीटों से चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों की लंबी लाइन है.
इनमें कई विधायक व विधान पार्षद भी हैं. जदयू से निष्कासित मुजफ्फरपुर के सांसद जय नारायण निषाद, पूर्व सांसद दसईं चौधरी, आरआर कनौजिया व जनक चमार कमल थाम मैदान में उतर सकते हैं.
एक सीट पर कई दावेदार : थोक भाव में सीटें होने के कारण पार्टी नेताओं में लोकसभा चुनाव लड़ने की होड़ मची है. झंझारपुर सीट पर कुशवाहा बिरादरी से बालेश्वर सिंह भारती व ब्राह्मण कोटे से विनोद नारायण झा की दावेदारी है.
औरंगाबाद सीट पर पूर्व मंत्री रामाधार सिंह, प्रेम कुमार व किसान मोरचा के प्रदेश पदाधिकारी राजीव नंदन कुशवाहा दावेदार हैं. पाटलिपुत्र से नंदकिशोर यादव व डॉ सीपी ठाकुर के नाम की चर्चा है. इस सीट पर डॉ सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर व दानापुर की विधायक आशा सिन्हा भी दावेदार हैं.
कुशवाहा मांग रहे टिकट : 2009 के चुनाव में भाजपा से कुशवाहा समाज से किसी को टिकट नहीं मिला था. इस बार इस समाज के नेता दबाव बनाये हुए हैं. सीवान से पूर्व मंत्री व्यासदेव प्रसाद, उजियारपुर से पूर्व मंत्री तुलसी दास मेहता की पुत्री सुहैली मेहता, जवाहर कुशवाहा व किशुनदेव कुशवाहा, खगड़िया से विधायक संतोष कुशवाहा व पूर्व विधायक चंद्रमुखी देवी और काराकाट से विधान पार्षद सत्येंद्र नारायण कुशवाहा के लड़ने की चर्चा है.
पार्टी ने पिछली बार अतिपिछड़ा वर्ग से मात्र प्रदीप सिंह को अररिया से मैदान में उतारा था. इस बार सुपौल से पूर्व विधान पार्षद डॉ राजेंद्र गुप्ता, बेगूसराय से विधायक सुरेंद्र मेहता व बांका से पूर्व मंत्री राम नारायण मंडल को मैदान में उतार कर पार्टी इस समाज की उपेक्षा के आरोप से बरी हो सकती है.