भागलपुर: शहर के एक प्रतिष्ठित सेठ के घर में रविवार रात 16 वर्षीय युवती के साथ चार दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म कर उसे गुड़हट्टा चौक के आगे जगदीशपुर रोड के किनारे फेंक दिया. होश में आने पर पीड़िता ने जगदीशपुर स्थित अपने ननिहाल के राजेश नाम व्यक्ति को फोन किया और ऑटो पकड़कर जगदीशपुर पहुंची. बजरंगवली चौक के पास पहुंचते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ी. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने पीड़िता को जगदीशपुर रेफरल अस्पताल में भरती कराया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया. जहां, कागजी खानापूरी के अभाव में पीड़िता को सदर अस्पताल भेज दिया. लड़की के होश में आने पर जगदीशपुर पुलिस ने उसका बयान दर्ज किया.
जगदीशपुर के पिस्ता गांव में है घर
पीड़िता ने बताया कि वह जगदीशपुर के पिस्ता गांव स्थित झोपड़पट्टी में रहती थी. बचपन में ही उसके माता-पिता ने उसे सेठ के यहां छोड़ दिया था. सेठ ने पिछले दस साल से उसे घर में कैद करके रखा हुआ था. सेठ आये दिन उसे अपने आदमियों के जिस्म की भूख मिटाने लिए परोसता था. पीड़िता ने बताया कि सेठ को बेटी नहीं होने के कारण उसके माता-पिता ने उसे सेठ के घर में छोड़ दिया था. यहां आने के एक माह बाद ही उसके मां-पिता की मौत हो गयी थी. पीड़िता ने बताया कि वह दो भाई और एक बहन है. एक भाई दिल्ली में रहता है और दूसरा भाई घर में.
चार-पांच युवक आये
पीड़िता ने बताया कि रविवार रात 11 बजे के करीब बड़े सेठ के घर चार-पांच युवक आये और कोल्ड ड्रिंक के बहाने शराब पिला दिया. सिर चकराना शुरू होते ही सेठ के सामने ही सभी युवकों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. सुबह जब होश आया तो खुद को सड़क किनारे पड़ा पाया.
बड़ी पोस्ट ऑफिस में काम करता है राजेश
पीड़िता ने बताया कि वह अपने ननिहाल के राजेश को बचपन से जानती है. वह बड़ी पोस्टऑफिस में काम करता है.उसने बताया कि सेठ का बेटा अमेरिका में पढ़ता है. उसकी पत्नी का नाम अंजनी है. सेठ सोमवार को ही हवाई जहाज पकड़ कर अमेरिका जानेवाला था.
पीड़िता ने बताया कि सेठ उसके साथ गलत नहीं करता था, लेकिन उसके घर आने वाले लोग उसे गाड़ी से कहीं लेकर जाकर रात भर उसके साथ गलत काम कर सुबह सेठ के घर छोड़ देते थे. सेठ के घर में हमेशा अलग-अलग आदमी आते रहता था, जो उसके साथ गलत काम करता था. सेठ की उम्र 70 वर्ष है. सेठ के घर में काम करने के बदले उसे पैसा नहीं मिलता था. उसे नहीं मालूम है कि सेठ का घर भागलपुर में कहां है.
तीन बोतल स्लाइन चढ़ाने के बाद होश में आया
जगदीशपुर रेफरल अस्पताल के कर्मी ने बताया कि लड़की को तीन बोतल स्लाइन चढ़ाने के बाद होश आया. पीड़िता को खाना खिलाने के बाद उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया. लड़की घटना के बारे साफ-साफ कुछ भी नहीं बता पा रही है. जगदीशपुर पुलिस ने बताया कि सुबह आठ बजे लड़की के बारे में सूचना मिली. 8.30 बजे उसे अस्पताल में भरती कराया गया. लड़की जिस सेठ के बारे में बता रही है, उसका पता लगाया जा रहा है.
इलाज में हुई लापरवाही
पुलिस द्वारा संबंधित सभी कागजात नहीं लाये जाने पर जेएलएनएमसीएच के चिकित्सकों ने उसे जांच के लिए सदर अस्पताल भिजवा दिया. वहां के डॉक्टर ने भी जांच करने से इनकार कर दिया. एक घंटे तक लड़की का इलाज नहीं हुआ और वह स्ट्रेचर पर बेहोश पड़ी रही. इसके बाद डॉ शिल्पी सदर अस्पताल में आयी. पुलिस के लिखित आवेदन पर पीड़िता का इलाज शुरू किया गया. डॉ शिल्पी का कहना था कि लड़की का मेडिकल जांच व इलाज किया गया. जांच में जो भी मिला उसका सेम्पल आदि भेज दिया गया है.