पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी के बीच कथित विवाद को ‘गुरु और चेला’ के बीच की लड़ाई करार देते हुए आज सवाल किया कि इनके प्रधानमंत्री कार्यालय में पहुंचने की कोई गुंजाइश है या नहीं.
लालू ने कहा, ‘‘आडवाणी सांप्रदायिक राजनीतिक को लेकर मोदी के गुरु हैं और आज वह अपने ही चेला से लड़ रहे हैं. परंतु जिस पद के लिए वे लड़ रहे हैं उस तक इन लोगों के पहुंचने की कोई संभावना भी है या नहीं.’’उन्होंने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ‘बांटने वाली’ राजनीति से 2014 का चुनाव ‘खतरनाक’ होगा और ऐसे में कांग्रेस तथा दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को इनको हराने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए.
मुजफ्फरनगर हिंसा में भाजपा और संघ जैसे संगठनों की कथित भूमिका का हवाला देते हुए उन्होंने आगाह किया कि लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश और बिहार में इन ताकतों के द्वारा नए सिरे से हिंसा भड़काई जा सकती है.