पटना/समस्तीपुर: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने हरियाणा के तर्ज पर कंप्यूटर से इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन की योजना बनायी है. इसके लिए विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर का सहारा लिया जायेगा़ सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंटर साइंस की कॉपियों का मूल्यांकन कंप्यूटर से कराने की बात चल रही है. इसके लिए टीसीएस कंपनी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क किया है. अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो वर्ष 2014 में होनेवाली परीक्षा की इंटर साइंस की कॉपियों का मूल्यांकन कंप्यूटर से ही किया
जायेगा. समिति के उप परीक्षा नियंत्रक शंभु नाथ झा ने यह जानकारी दी. बुधवार को समस्तीपुर शहर के धर्मपुर स्थित अमीरगंज में एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने आये श्री झा ने बातचीत में बताया कि कंप्यूटर मूल्यांकन से जहां रिजल्ट तैयार करने में काफी कम समय लगेगा, वहीं त्रुटियों को भी पकड़ा जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इस तकनीक के लागू होने के बाद परीक्षा केंद्र से कॉपियां लेकर लेकर सीधे संबंधित कंपनी को सौंप दी जायेगी़ 2014 में एक साथ इंटर साइंस की पूरी कॉपियों का कंप्यूटर मूल्यांकन कराना संभव नहीं है़ इसलिए शुरू में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ अन्य जिलों की कॉपियों को कंप्यूटर से मूल्यांकन कराया जायेगा. अगर यह तकनीक सफल रही, तो इसे बड़े पैमाने पर लागू किया जायेगा. फिलहाल हरियाणा बोर्ड इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है. बोर्ड द्वारा इस बार से इंटर साइंस की परीक्षा में इस्तेमाल होनेवाली ओएमआर पद्घति को हटा लिया गया है. वहीं, इस बार से अंकपत्र पर कुल प्राप्तांक के साथ पर्सेटाइल भी दर्ज किया जायेगा.
इधर, पटना में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो राजमणि प्रसाद सिंह ने बताया कि अभी कंपनी ने अपना प्रेजेंटेशन दिया है. वे प्रोजेक्ट देंगे. उसके बाद कई दौर की प्रक्रिया के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा. कंपनी को यह भी बताया गया है कि बोर्ड में छात्रों की संख्या व कॉपियां बहुत ज्यादा होती हैं. अब देखना है कि कंपनी सारा कुछ कैसे टेकल करने का भरोसा दिलाती है. इसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा.