पटना: स्कूलों या उनके आसपास लगे चापाकलों की निगरानी चौकीदार करेंगे. राज्य के विभिन्न जिलों से चापाकलों में जहर डालने की सूचनाओं के बाद राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है. इसके साथ ही मिड डे मील की सामग्री की सुरक्षा विद्यालय शिक्षा समिति करेगी. मुख्य सचिव के स्तर पर इसका निर्देश सभी डीएम को दिया गया है. सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री ने कहा, डीजीपी को आवश्यक निर्देश दिया गया है. सीआइडी की टीम सभी घटनाओं का विश्लेषण कर रहा है. घटनाएं कहां-कहां हुई हैं, पुलिस-प्रशासन को मिली सूचनाएं, समाचार माध्यमों में आयी खबरों को आधार मान कर सीआइडी विश्लेषण कर रहा है. इन घटनाओं के पीछे क्या ट्रेंड है, यह भी देखा जा रहा है. नतीजे आज-कल में आ जायेंगे. तब तक आसूचना तंत्र को सजग व सतर्क रहने को कहा गया है.
रिपोर्ट आने से पहलेसरकार ने यह निर्णय लिया है कि स्कूल परिसर में या उसके आसपास गाड़े गये चापाकलों की निगरानी चौकीदार से करायी जाये. खासकर वैसे चापाकल, जिनके पानी से मिड डे मील का खाना बनता हो या बच्चे उसे पीते हैं. विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक कर उन्हें भी चापाकल की निगरानी करने को कहा जायेगा. मिड डे मील की सामग्री के भंडारण गृह पर भी नजर रखने का काम समिति करेगी.
ऐसे में अगर गांव का कोई असामाजिक तत्व इस काम को अंजाम दे रहा है, तो उसकी जानकारी आसानी से मिल जायेगी. वैसे आम लोगों को भी सजग व सतर्क रहने की अपील पहले से ही की जा रही है. इन घटनाओं के पीछे किसका हाथ है, यह जांच रिपोर्ट आने पर ही पता चल सकेगा. केंद्रीय मंत्री शशि थरूर द्वारा मिड डे मील प्रकरण में बिहार सरकार पर लापरवाही बरते जाने के आरोप पर सीएम ने कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना बयान है. ऐसे मामले में इस तरह का बयान नहीं दिया जाना चाहिए. लेकिन, हमें इस प्रकरण पर अंत्याक्षरी करने का कोई विचार नहीं है.