भागलपुर : गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. इस वजह से कई नये क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है. गोपालपुर प्रखंड में अपस्ट्रीम में कटाव के कारण शनिवार को स्पर सात ध्वस्त हो गया. जल संसाधन विभाग ने गोपालपुर के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. बुद्धूचक व बिंदटोली के लोगों को तत्काल गांव खाली करने को कहा गया है. स्पर सात स्थित विभाग का कैंप कार्यालय भी खाली कर दिया गया है.
* सभी स्परों पर बढ़ा दबाव
स्पर सात के ध्वस्त होने से सभी स्परों पर गंगा के पानी का दबाव बढ़ गया है. गंगा की धारा मुख्य तटबंध के काफी नजदीक आ गयी है. जल संसाधन विभाग द्वारा कटाव को रोकने के लिए फ्लड फाइटिंग का कार्य कराया जा रहा है. वहीं नाथनगर व सबौर प्रखंड के दियारा सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. नाथनगर का राघोपुर–विशनपुर बांध भी कई जगह से कट गया है, जिस कारण बांध के आसपास के गांवों में भी पानी फैल गया है.
इधर, शहर में सीएमएस स्कूल के मैदान में भी पानी जमा हो गया है. नारायणपुर प्रखंड कार्यालय के पीछे तटबंध से तेज रिसाव शुरू हो गया है. तेज रिसाव के कारण प्रखंड कार्यालय के समीप गड्ढे में पानी जमा हो गया है. यदि यह बांध ध्वस्त होता है, तो इससे कटिहार–बरौनी रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हो सकता है. साथ ही साथ राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर वीरबन्ना चौक के पास आवागमन प्रभावित हो सकता है. वहीं नरकटिया में चार जगहों पर बांध की स्थिति खतरनाक हो गयी है.
रामनगर में भी स्थिति नाजुक बनी हुई है. राघोपुर और गोपालपुर में गंगा जलस्तर के अधिकतम रिकॉर्ड को पार करने को है. गोपालपुर में गंगा का जलस्तर वर्तमान में 31.90 मीटर है, जो अधिकतम रिकार्ड से महज 95 सेमी कम है. वहीं राघोपुर और नरकटिया में गंगा का जल स्तर 33.60 है जो कि अधिकतम रिकार्ड 34.34 मीटर से 74 सेमी ही कम है.
कहलगांव में गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण बीरबन्ना पंचायत के तौफिल व अठ्ठावन दियारा चारों ओर से पानी से घिर गया है. बाढ़ के पानी में मिरची की फसल डूब गयी है. नंदगोला बांध टूटने के बाद क्षेत्र में पानी प्रवेश कर गया है. अब बढ़ते पानी के दबाव से बिंदटोली की तरफ के बांध के भी टूटने की पूरी आशंका है. यदि यह बांध टूट गया तो उपरोक्त दोनों गांव जलमग्न हो जायेंगे.
सुल्तानगंज में प्रखंड के उत्तरी छोर की कई पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हो चुकी हैं. इससे सैकड़ों एकड़ भूमि में लगी फसल डूब गयी है. किसान अपनी फसल बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
* बुद्धूचक व बिंदटोली के लोगों को गांव खाली करने का निर्देश
* फैला पानी
* नारायणपुर प्रखंड कार्यालय के पीछे तटबंध से रिसाव तेज