पटना : बिहार के सारण जिले के मशरख प्रखंड में मध्याह्न भोजन से 23 बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब की मांग करते हुए विपक्ष ने बिहार विधान परिषद से बहिर्गमन किया. विधान परिषद में मध्याह्न भोजन मौत मामले को लेकर आज हुई बहस के बाद शिक्षा मंत्री पीके शाही के सरकार की ओर से जवाब देने के लिए खडे होते ही भाजपा सदस्य यह कहते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए कि इतने गंभीर और संवेदनशील विषय पर मुख्यमंत्री को स्वयं सदन में उपस्थित रहकर जवाब देना चाहिए था.
भाजपा सदस्यों के बहिर्गमन के बाद मंत्री के जवाब के बीच कांग्रेस सदस्य ज्योति ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि शाही का जवाब सुनने लायक नहीं है और इस विषय पर मुख्यमंत्री के जवाब देने की मांग की. वह सदन से बाहर चली गयीं. शाही ने कहा कि यह घटना अत्यंत हृदय विदारक और दुखद घटना है और हम सभी इससे बहुत अधिक मर्माहत हैं. बहस के दौरान राजद विधायक दल के नेता गुलाम गौस के 38 जिलों में 25 जिलों में पदस्थ मध्याह्न भोजन योजना प्रभारियों में 25 एक ही जाति से संबंधित हैं.
इस पर शाही ने कहा कि पवित्र रमजान महीने का हवाले देते हुए गौस जी ने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है.शाही ने कहा कि गौस ने इसके गलत साबित होने पर सदन की सदस्यता से त्याग पत्र देने की बात कही है तो वे इसे साबित करके दिखाएं अन्यथा इस्तीफा दें. मंत्री की टिप्पणी से नाराज राजद सदस्य गौस सहित राजद सदस्य के सदन से बाहर चले जाने पर शाही ने कहा कि आरोप लगाने वालों को सुनने की हिम्मत होनी चाहिए.