पटना: भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मशरक की घटना को लेकर पार्टी विधानसभा व विधान परिषद में कार्य स्थगन प्रस्ताव लायेगी. इस घटना को राजद व जदयू राजनीतिक रंग दे रहे हैं. इसमें भाजपा के पंचायत अध्यक्ष का बेटा भी मारा गया. मशरक में यादव, नोनिया, ब्राह्नाण व रविदास समाज के बच्चे मरे हैं. मशरक घटना को जातिवादी रंग देना ओछी राजनीति है. जांच रिपोर्ट आने से पहले ही मुख्यमंत्री ने निष्कर्ष निकाल लिया. वे घटना को राजनीतिक षड्यंत्र बता रहे हैं. उन्होंने पहले ही जांच की दिशा निर्धारित कर दी है.
उन्होंने सरकार की विफलता की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार को विद्यालय की हेड मास्टर को गिरफ्तार करने में आठ दिन लग गये. उन्होंने सारण के आयुक्त व डीआइजी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की. कहा कि जदयू के नेताओं ने हेड मास्टर मीना देवी के पति के मार्केट से तेल खरीदने का आरोप लगाया, पर सच तो यह है कि मार्केट में कोई किराना दुकान नहीं है. भाजपा की टीम ने इस घटना की जांच की. लोगों ने बताया कि वहां के अस्पताल में इलाज का कोई इंतजाम नहीं था. डॉ सीताराम के प्राइवेट क्लिनिक में बच्चों का इलाज कराया गया. यदि समय पर बच्चों को पीएमसीएच लाया गया होता, तो अधिकतर बच्चे बच जाते.
इस घटना को लेकर जनता में आक्रोश है. मिड-डे मिल को लेकर सूबे में भय का माहौल है. शिक्षकों ने खुद को मिड-डे मिल योजना से अलग करने का निर्णय लिया है. सरकार को इसे नियंत्रित करना चाहिए. संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री जनर्दन सिंह सीग्रीवाल, सुखदा पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय व विधान पार्षद किरण घई भी मौजूद थे.