पटना: बुधवार की सुबह 10.25 बजे हैं. सिटी एसपी शिवदीप वामन लांडे को खबर मिली कि आधा दर्जन अपराधी बाइक से भिखारी ठाकुर पुल के नीचे मौजूद हैं. अपराधी मीठापुर में एक महिला को लूटने की तैयारी कर रहे हैं. महिला के पास छह लाख रुपये हैं और वह गहने खरीदने जाने वाली है.
लांडे ने तत्काल ब्लैक रंग की बोलेरो लिया, बुलेट प्रूफ जैकेट पहना और पिस्टल लोड करके सादे वेश में भिखारी ठाकुर पुल के पास पुलिस के साथ पहुंच गये. तीन बाइक सवार छह अपराधी पुल के किनारे खड़े होकर लूट की साजिश रच रहे थे. पुलिस को देखते ही अपराधी भागने के लिए बाइक स्टार्ट करने लगे. उनकी हरकत देख सिटी एसपी पिस्टल तान कर सड़क पर उन्हें पकड़ने के लिए दौड़े. हालांकि घेराबंदी में तीन अपराधी ही पकड़ में आये, तीन भाग गये. इस दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस ने 20 मिनट तक भिखारी ठाकुर पुल के पास एक तरफ से ट्रैफिक को बंद कर दिया था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार पटना में लूट-डकैती गैंग का सरगना मुकेश कुमार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसके खिलाफ अगमकुआं, आलमगंज, पीरबहोर तथा कदमकुआं में लूट-डकैती व एनडीपीएस के तहत कुल पांच मामले दर्ज हैं. उसके साथ गैंग के दो अन्य सदस्य भी पकड़े गये. पूछताछ में महेश ने कदमकुआं व अगमकुआं में लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है.
मुकेश का आपराधिक इतिहास
अगमकुआं थाने में 6 सितंबर, 2010 व 2 सितंबर, 2012 को विभिन्न मामलों में प्राथमिकी
कदमकुआं थाने में 19 अगस्त, 2013 को एनडीपीएस एक्ट दर्ज
पीरबहोर थाने में 14 जुलाई, 2006 को 394 एक्ट का मामला दर्ज
आलमगंज थाने में 27 अप्रैल, 2011 को आर्म्स एक्ट का दर्ज
कॉलेज टाइम का रंगदार बन गया सरगना
सायंस कॉलेज के कैवेंडिस हॉस्टल में रहनेवाला महेश कॉलेज टाइम से ही अपराध की राह पर था. खूब पैसा कमाने की हसरत रखनेवाला मुकेश शुरू में छोटे-छोटे आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर रोब जमाता था. चाय-पान की दुकान और होटल-रेस्टोरेंट पर छात्रों को साथ लेकर रंगदारी करने के साथ वह लूट-डकैती को अंजाम देने लगा था. पहली बार 14 जुलाई, 2006 को उसका नाम लूट की घटना में आया था और पीरबहोर में मामला दर्ज हुआ था. बाद में उसने अपना गैंग बना लिया. महेश पटना सायंस कॉलेज के नाइट गार्ड महेश प्रसाद रणवती का बेटा है. अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, दो कारतूस, चार मोबाइल, एक मोटरसाइकिल व एक चाकू बरामद किया गया.