पटना : बिहार के वरिष्ठ मंत्री रमई राम ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बड़ी ताकत के तौर पर उभरने के लिए राजद के जदयू में विलय की आज जोरदार शब्दों में वकालत की है.
मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग पर आज आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के परिवहन मंत्री रमई राम ने जनता परिवार के फिर से एकजुट होने के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में कहा, विलय से मजबूती आयेगी, गंठबंधन में धोखाधड़ी होती है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से इसके बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले पर निर्णय दोनों दलों के वरिष्ठ नेता शरद यादव, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार लेंगे.
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मांझी ने कहा, हमारी भूमिका इन नेताओं द्वारा लिए जाने वाले निर्णय के बाद शुरु होगी. मांझी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जनता परिवार से बिखरे इन दोनों दल आपस में विलय होगा या इनके बीच तालमेल होगा.
उल्लेखनीय है कि अगस्त में बिहार विधानसभा की दस सीटों के लिए हुए उपचुनाव में जदयू-राजद-कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और वे इनमें से छह सीटों पर विजयी रहे थे. गत वर्ष जून महीने में भाजपा से नाता खत्म होने के बाद नीतीश कुमार के विश्वासमत हासिल करने के समय कांग्रेस ने उनका समर्थन किया था.