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किराया तो कम किया, पर ऑटोवालों की नहीं थम रही है मनमानी छुट्टे के नाम पर ले रहे ज्यादा भाड़ा

पटना: भले ही पेट्रोल-डीजल के रेट में गिरावट को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर भाड़ा घटाने का निर्देश दिया हो, लेकिन ज्यादातर रूटों पर ऑटोवालों ने भाड़ा नहीं घटाया है. अगर कोई भाड़ा घटने की बात करता है, तो वे तरह-तरह के बहाने बनाने लगते हैं. यूं कहें कि टेंपोचालक शहर के लोगों को कोई […]

पटना: भले ही पेट्रोल-डीजल के रेट में गिरावट को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर भाड़ा घटाने का निर्देश दिया हो, लेकिन ज्यादातर रूटों पर ऑटोवालों ने भाड़ा नहीं घटाया है. अगर कोई भाड़ा घटने की बात करता है, तो वे तरह-तरह के बहाने बनाने लगते हैं. यूं कहें कि टेंपोचालक शहर के लोगों को कोई राहत देने के मूड में नहीं हैं.

भाड़ा घटाने को लेकर यूनियनों में भारी मतभेद है और प्रशासनिक डंडा इन पर पड़ नहीं रहा है. जहां सोमवार को सीटू से संबद्ध बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ एवं पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ ने एक बैठक कर भाड़े की दरों में 10 प्रतिशत कमी की घोषणा की थी, वहीं मंगलवार को दो यूनियनों ऑटो मेंस यूनियन एवं पटना महानगर टेंपो चालक संघ ने किराया में रत्ती भर की भी कमी करने से साफ इनकार कर दिया था. इसी द्वंद्व में अब भाड़े में कमी का फैसला यूनियन के रहमोकरम पर है. कमिश्नर ने जब क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार की बैठक बुलायी तो उसमें भी संगठनों से ही प्रस्ताव मांगा गया. अब प्रशासन जब इस संबंध में अंतिम फैसला लेगा, तभी जाकर कुछ राहत मिल सकती है.

आपसी पैंतरेबाजी में उलङो यूनियन : विभिन्न ऑटो यूनियनों में एक मत नहीं है. सब यूनियन अपनी ओर से पैंतरेबाजी कर रहे हैं. कुछ यूनियन इस वजह से खेल खेलने में लगी हुई है, क्योंकि भाड़ा घटाने का श्रेय दो यूनियन बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ और पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ ले जा रहे हैं. अपने यूनियन को असुरक्षित होता देख बाकी दो यूनियन पटना महानगर टेंपो चालक संघ और ऑटो मेंस यूनियन महंगाई व समस्याओं का हवाला देकर भाड़ा नहीं घटा रहे हैं. परदे के पीछे ये दोनों यूनियन पहल करनेवाले यूनियनों को भला-बुरा कह कर चालकों को अपनी ओर करने में लगे हुए हैं. चालाकी से सभी यूनियन प्रशासन के मत्थे सारा दोष भी मढ़ रहे हैं. उनकाकहना है कि प्रशासन क्यों नहीं भाड़ा तय करता है. टेंपोवालों को यदि तय रेट मिल जाये, तो फिर वे उसी के हिसाब से वसूली करेंगे. अब जब मीडिया का दबाव बढ़ा, तो प्रशासन पहल करता दिखाई दे रहा है.

केस-1

रोहित पटना जंकशन से कंकड़बाग स्थित मुन्नाचक जाता है. उसने रोज की तरह जब ऑटो वाले को दस रुपये दिये, पर उसे एक रुपया नहीं लौटाया गया. उसने जब अखबार का हवाला देते हुए 10 प्रतिशत किराया घटने की बात कही, तो ऑटोवाले ने कहा कि अब कहां से एक रुपया चेंज लाएं. आप ही नौ रुपये दीजिए. इतनी हुज्जत के बाद उसने एक रुपया छोड़ना ही मुनासिब समझा.

केस-2

एक निजी कंपनी में काम करनेवाली आरती को रोज कुर्जी से बोरिंग रोड चौराहा आना होता है. ऑटो से जब वह गुरुवार को बोरिंग रोड पहुंची, तो उसने 10 रुपये ऑटोवाले को पकड़ाया. चालक ने एक रुपया नहीं लौटाया. जब आरती उसे टोकते हुए कहती है कि भाड़ा 10 फीसदी कम हो गया है ना, एक रुपया लाओ. इसके बाद चालक कहता है कि इस रूट में भाड़ा सेम है मैडम, कोई चेंज नहीं हुआ है.

क्या कहते हैं प्रतिनिधि

हमने तो भाड़ा घटाने की घोषणा की है, तो बाकी यूनियनों को दिक्कत हो रही है. प्रशासन से हमने अनुरोध किया कि हम एक सामूहिक प्रस्ताव पेश करें. बैठक में भी विभिन्न यूनियन के लोग एकमत नहीं हुए. राजकुमार झा, अध्यक्ष, बिहार स्टेट

ऑटो चालक संघ

हमने दस फीसदी भाड़ा कम करने पर सहमति जतायी है, तो कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है, बाकी यूनियनों को कम-से-कम लंबी दूरी पर तो आम लोगों को कुछ राहत देनी ही चाहिए.

नवीन मिश्र, कार्यकारी अध्यक्ष, पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ

पब्लिक हित को ध्यान में रख कर हम भाड़ा घटाने के लिए तैयार हैं, लेकिन ऑटोवालों की समस्याओं का भी निदान करना चाहिए. सब शहरों में प्रशासन ही तय करता है, यहां पर क्यों नहीं?

राजेश चौधरी, महामंत्री, पटना महानगर टेंपो चालक संघ

हमने 11 में से केवल एक रूट में ही भाड़ा बढ़ाया था. इस कारण कम करने में समस्या आ रही है. सदस्यगण नहीं तैयार हो रहे हैं, यदि प्रशासन तय कर दे तो हमें बात माननी ही पड़ेगी.

सुबोध कुमार, अध्यक्ष, ऑटो मेंस यूनियन

रिजर्व व प्रीपेड ऑटो सर्विस भाड़ा होगा दस फीसदी कम

आम और स्कूली ऑटो के भाड़े में दस फीसदी कम करने की घोषणा के बाद सीटू से जुड़े दो यूनियन ने रिजर्व,प्री पेड और कॉल ऑटो की दर में भी दस फीसदी कटौती की घोषणा की है. दर आठ नवंबर से लागू होगी. गुरुवार की शाम चार बजे जमाल रोड स्थित सीटू कार्यालय में बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ और पटना जिला ऑटो चालक संघ की संयुक्त बैठक में निर्णय लिया गया. राजकुमार झा की अध्यक्षता में संपन्न बैठक मुख्य रूप से भाड़ा संशोधन पर ही केंद्रित रही. 9308784614 फोन नंबर वाली सेवा के लिए शहर में एक हजार ऑटो हैं. जंकशन परिसर प्रीपेड सेवा में मरीजों को मिलेगी छूट : पटना जंकशन परिसर से प्री पेड सेवा में 200 चालकों ने प्रमंडलीय आयुक्त की अपील पर मरीज और वरिष्ठ पत्रकार के लिए लागू किराये में दस फीसदी कमी का फैसला किया. जानकारी प्री पेड संचालन समिति के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी,शंभु सिंह और रामप्रवेश सिंह ने दी. किराया भी आठ नवंबर से लागू होगा. बैठक में बिजली प्रसाद, चुन्नु सिंह, धर्मेद्र पासवान, बंटी कुमार, पप्पू प्रसाद आदि मौजूद थे.

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