पटना: बिहार के सभी 38 जिलों में संविदा पर काम कर रहे 1544 आयुष डॉक्टर सरकार की नीतियों के विरोध में सड़क पर उतर गये. शनिवार को आयुष मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के बैनर तले डॉक्टरों ने विभिन्न मांगों को लेकर आइएमए हॉल से डाकबंगला चौराहे तक आयुष अधिकार रैली निकाली.
डॉक्टरों ने काफी देर तक डाकबंगला चौराहे को जाम भी रखा. एसोसिएशन के सचिव डॉ रंधीर और प्रवक्ता डॉ दीपांकर किशोर ने बताया कि 2007 में 1544 आयुष चिकित्सकों के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई और कहा गया कि सभी को एलोपैथी डॉक्टरों के अनुरूप समान मानदेय दिया जायेगा, लेकिन सात साल गुजर गये और अभी तक हमें उनके समान मानदेय नहीं दिया गया. पहले एलोपैथ के डॉक्टरों को 30 हजार रुपये प्रति महीना दिया जाता था, तो उन्हें 15 हजार.
जब आंदोलन किया गया तो अप्रैल, 2013 तक 28 हजार रुपये प्रति महीने मानदेय दिया गया, जो अप्रैल से 20 हजार कर दिया गया. जुलाई, 2014 से एलोपैथी डॉक्टरों को 41 हजार रुपये दिया जा रहा है और उन्हें 20 हजार रुपये. डॉक्टरों ने बताया कि सरकार के इस नीति को हम बरदाश्त नहीं करेंगे.