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बिल्डर ने कहा – दस करोड़ मांगी रंगदारी विधायक बोले – मैंने अपना बकाया मांगा

मोकामा के जदयू विधायक अनंत सिंह और बिल्डर राजीव रंजन के बीच पैसे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप ने तूल पकड़ लिया है. विधायक के खिलाफ बिल्डर राजीव रंजन सिंह के भाई ने दस करोड़ रुपये मांगे जाने की प्राथमिकी पटना के एसके पुरी थाने में दर्ज करायी है. दूसरी तरफ विधायक ने आरोप लगाया है कि […]

मोकामा के जदयू विधायक अनंत सिंह और बिल्डर राजीव रंजन के बीच पैसे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप ने तूल पकड़ लिया है. विधायक के खिलाफ बिल्डर राजीव रंजन सिंह के भाई ने दस करोड़ रुपये मांगे जाने की प्राथमिकी पटना के एसके पुरी थाने में दर्ज करायी है. दूसरी तरफ विधायक ने आरोप लगाया है कि उनका बिल्डर पर 4.69 करोड़ रुपये बकाया है. विधायक ने कहा है कि वह सचिवालय थाने में बिल्डर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायेंगे.

पटना: बिल्डर राजीव रंजन सिंह के भाई राघवेंद्र प्रताप सिंह (बिहटा, विशुनपुर पकड़ी निवासी) ने मोकामा के जद यू विधायक अनंत सिंह व उनके सहयोगी बंटू सिंह पर दस करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए श्रीकृष्णापुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दूसरी ओर विधायक अनंत सिंह ने इस आरोप से इनकार करते हुए पुलिस को इस बात की जानकारी दी है कि उनका चार करोड़ 69 लाख रुपये राजीव रंजन पर बकाया है. ये पैसे उसने जमीन व अन्य चीजों के मदों में लिये थे.

उन्होंने बिल्डर को रकम दिये जाने के अपने दावे के पक्ष में सबूत भी श्रीकृष्णापुरी पुलिस को उपलब्ध कराया है. पुलिस दोनों पक्षों के दावे की जांच कर रही है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि फिलहाल जांच चल रही है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है कि मामला क्या है?

सूत्रों के अनुसार, विधायक अनंत सिंह की ओर से पुलिस को एक डायरी के पन्नों की छाया प्रति सौंपी गयी है. डायरी में कुल दिये गये पैसे चार करोड़ 69 लाख रुपये में से एक करोड़ 44 लाख रुपये की

विधायक के साथ पुलिस भी आयी थी : बिल्डर
बिल्डर के भाई राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मंगलवार को विधायक अनंत सिंह खुद अपने सहयोगियों के साथ पुष्पा मेंशन अपार्टमेंट में पहुंचे और फिर से रंगदारी मांगी. उनके साथ श्रीकृष्णापुरी पुलिस भी थी. इसकी पूरी रिकॉर्डिग सीसीटीवी कैमरे में कैद है.

श्री सिंह ने कहा कि उत्तरी श्रीकृष्णापुरी के रोड संख्या 5 डी में छह कट्ठे के प्लॉट की कीमत साढ़े चार करोड़ में तय की गयी थी. लेकिन मात्र दो करोड़ देने के बाद अनंत सिंह ने जबरन उस जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर करवा ली. इसके बाद उनकी नजर ए एन पथ स्थित साढ़े चार कट्ठे के प्लॉट पर है. इसे वह जबरन अपने नाम पर लिखवाना चाहते हैं.

बकाया पैसा मांगने गया था : विधायक
विधायक अनंत सिंह ने स्वीकार किया कि वह राजीव रंजन सिंह के आवास पर गये थे. उन्होंने बताया कि उनका पैसा राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू के पास है और वे वहां बकाया मांगने गये थे. उनकी मां को भी उनके बेटे द्वारा लिये गये पैसे के संबंध में जानकारी दी गयी, ताकि उनका पैसा लौटाया जा सके. उन्होंने रंगदारी की बात से साफ इनकार किया और कहा, राजीव रंजन सिंह पर कई केस चल रहे हैं. मीडिया से इस बात की जानकारी मिली कि उनके खिलाफ रंगदारी का केस श्रीकृष्णापुरी थाने में दर्ज करा दिया गया है, जबकि उसी ने पैसा लिया और अब देने के बजाय झूठे केस में फंसा रहा है. अब वे भी गुरुवार को उसके खिलाफ सचिवालय थाने में मामला दर्ज करायेंगे, क्योंकि उसने मेरे सरकारी आवास पर पैसे लिये थे और अपने हस्ताक्षर किये थे.

क्या है प्राथमिकी में
राघवेंद्र प्रताप सिंह द्वारा श्रीकृष्णापुरी थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि 22 अगस्त को शाम 4.30 बजे बंटू सिंह एवं चार अज्ञात व्यक्ति मेरे घर में जबरन प्रवेश कर गये और बोले कि दस करोड़ रुपये अनंत सिंह उर्फ दादा के घर पर पहुंचाने के लिए अपने भाई को बोल दो, नहीं तो इतना गोली मारूंगा कि वह पहचान में नहीं आयेगा. 21 अगस्त को भी पुष्पा मेंशन अपार्टमेंट में बंटू एवं एक अन्य व्यक्ति जबरदस्ती घर में घुस गये थे और मेरे माताजी कलावती देवी के साथ बदसलूकी किया, जिसका सीसीटीवी कैमरा का वीडियो फुटेज मौजूद है. वे लोग जब महुअल कोठी के फ्लैट नंबर 102 में जब आये तो बोल रहे थे किपुष्पा मेंशन व महुअल कोठी का फ्लैट भी कब्जा कर लिया जायेगा.

कानून अपना काम करेगा : एडीजी
अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा. पटना के एसएसपी खुद जांच कर रहे हैं. इसमें राज्य पुलिस मुख्यालय की कोई खास भूमिका नहीं है. पटना पुलिस की जांच रिपोर्ट में ही खुलासा होगा कि दरअसल यह मामला है क्या. श्री पांडेय ने कहा कि इस तरह के मामलों की जांच में मुख्यालय स्तर से कोई कार्रवाई नहीं होती. यह मामला फिलहाल पटना पुलिस के पास है.

बिल्डर ने मांगी सुरक्षा
सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले ही बिल्डर राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू सिंह के सरकारी अंगरक्षक शिवनाथ प्रसाद को हटा दिया गया है और उन्हें दूसरी जगह तैनात कर दिया गया है. बिल्डर ने अपनी सुरक्षा को लेकर न्यायालय में आवेदन समर्पित किया है. इस पर सुनवाई होना बाकी है.

दोनों में था कभी मधुर रिश्ता
सूत्रों की मानें तो विधायक अनंत सिंह व बिल्डर राजीव रंजन सिंह के बीच कभी रिश्ते काफी मजबूत थे. यही नहीं बिल्डर राजीव रंजन विधायक अनंत सिंह को अपना अभिभावक मानते रहे हैं. अनंत सिंह ने कहा, राजीव रंजन हमेशा उन्हें अभिभावक तुल्य मानता था. लेकिन उसने मेरे विश्वास को तोड़ दिया. सूत्रों के मुताबिक बिल्डर और विधायक के बीच व्यावसायिक रिश्ते थे.

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