पटना: पटना वीमेंस कॉलेज की छात्रा अंशु माला के चेहरे पर सफेद दाग था. वह करीब एक साल से चर्म रोग एवं स्त्री, सौंदर्य रोग के विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज करा रही थी. लेकिन दाग से छुटकारा नहीं मिलने के कारण वह डिप्रेशन में आ गयी.
इसका खुलासा उसके मोबाइल फोन के ड्राफ्ट बॉक्स में कंपोज किये गये मैसेज और हॉस्टल से मिले चिकित्सकों के परचे से होता है. यह माना जा रहा है कि जहर खाने से पहले छात्रा ने मैसेज कंपोज किया था. उसने लिखा था, सॉरी मॉम एंड आंटी, आइ लव यू, अब मैं आप लोगों को और परेशान नहीं करना चाहती. मेरा चेहरा बहुत ही खराब हो चुका है, मेरे जीने का कोई मतलब नहीं है, इसलिए ऐसा फैसला किया है, आप मेरी अच्छी मॉम हैं, अगले जन्म में फिर आपकी बेटी बनना चाहूंगी.
यह मैसेज पढ़ने के बाद पुलिस यह मान रही है कि छात्रा ने अपनी बीमारी की वजह से आत्महत्या कर ली है. उसके हॉस्टल से मिले चिकित्सक के परचे के मुताबिक उसने 24 जुलाई को एके झा को दिखाया था. इससे पहले डॉ कमल प्रसाद झा सहित अन्य चिकित्सकों से भी इलाज कराया है. सीधे तौर पर पुलिस छात्रा की मौत की वजह बीमारी मान रही है.
हालांकि यह मैसेज छात्रा के मोबाइल फोन के ड्राफ्ट में सेव जरूर है, पर कहीं भेजा नहीं गया है. स्थिति और स्पष्ट करने के लिए पुलिस उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाल रही है. उसकी सबसे ज्यादा किन-किन लोगों से बातें होती थीं. उसने अंतिम बार कब और किसको फोन किया था. ऐसे तमाम सवालों की गुत्थी अभी सुलझनी बाकी है. इधर रविवार की सुबह 10 बजे पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. शव लेकर परिजन नालंदा स्थित अपने घर निकल गये.
बैग में मिला था स्मार्ट फोन
छात्रा के जहर खाने के बाद उसके बैग से सिल्वर रंग का स्मार्ट फोन बरामद हुआ था. पुलिस ने मोबाइल की जांच की, तो ड्राफ्ट में यह मैसेज मिला. वहीं शनिवार की रात पुलिस छात्रा के हॉस्टल के कमरे में पहुंची, तो दवा के कुछ परचे मिले. दवा का परचा व मैसेज की कड़ी को जोड़ा गया, तो उसकी आत्महत्या की वजह सामने आयी है.