18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गौरव ग्राम पुरस्कार से इस बार वंचित होगा बिहार!

एक भी जिले ने नहीं भेजा आवेदन पटना : पुलिस मेडल की तरह राज्य पर एक और बड़े सम्मान से वंचित हो जाने का खतरा मंडराने लगा है. दो वर्षो तक लगातार पंचायतों के लिए राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार जीतनेवाले बिहार के नामांकन पर भी इस साल संशय बना हुआ है. जिलाधिकारियों की सुस्ती के […]

एक भी जिले ने नहीं भेजा आवेदन

पटना : पुलिस मेडल की तरह राज्य पर एक और बड़े सम्मान से वंचित हो जाने का खतरा मंडराने लगा है. दो वर्षो तक लगातार पंचायतों के लिए राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार जीतनेवाले बिहार के नामांकन पर भी इस साल संशय बना हुआ है.

जिलाधिकारियों की सुस्ती के कारण अब तक पंचायती राज विभाग को बेहतर काम करनेवाली पंचायतों की सूची नहीं मिल पायी है. 30 अगस्त तक विभाग को पंचायतों की सूची केंद्र सरकार को भेजनी है.

चयनित पंचायत को 10 लाख रुपये का पुरस्कार भारत सरकार देती है. राज्य मुख्यालय को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि क्या किसी जिले की एक भी पंचायत ने बेहतर काम नहीं किया है या डीएम द्वारा रिपोर्ट ही तैयार नहीं की गयी है.

डीएम को 20 अगस्त तक अपने जिले के सर्वोत्तम कार्य करनेवाली पंचायतों में से एक का नाम चयन कर पंचायती राज विभाग को भेजना था. राज्य सरकार जिलों से प्राप्त रिपोर्टो की स्क्रूटनी कर तीन-चार पंचायतों का नाम पंचायती राज मंत्रालय , नयी दिल्ली को भेजती है. इधर पंचायती राज विभाग के निदेशक दीपक आनंद ने बताया कि सोमवार को एक बार फिर से जिलों को रिमाइंडर भेजा जायेगा. जिलों को निर्देश दिया जायेगा कि एक-दो दिनों में रिपोर्ट भेजें.

इसके लिए जो प्रश्नावली भेजी गयी है, उसमें अंकित सूचनाओं की प्रमाणिकता की जांच सक्षम पदाधिकारी या टीम द्वारा करा ली जानी है. इसके लिए वीडियो, डीवीडी, डीएस या सीडी में मुद्रित सामग्री को भी प्रमाणिकता का आधार बनाया जा सकता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें