डुमरी गांव की जमीन को माना बेस्ट
शशिभूषण कुंवर, पटना
पटना में हवाई यात्रा करनेवाले यात्राियों के लिए आनेवाले दिनों में सुरक्षित लैंडिंग होगी. नये एयरपोर्ट के लिए मास्टर प्लान में जमीन की तलाश कर ली गयी है. यह भूखंड राजधानी से दक्षिण में पुनपुन के पास डुमरी गांव के पास है. मास्टर प्लान में एयरपोर्ट के लिए आवंटित भूखंड का क्षेत्रफल 15.31 वर्ग किलोमीटर निर्धारित किया गया है. यह शहरी क्षेत्र का 2.70 फीसदी भाग है. राजधानी से नये एयरपोर्ट पहुंचने में अधिकतम आधे घंटे का समय लग पायेगा. मास्टर प्लान में मेट्रो रेल की भी व्यवस्था है. मेट्रो रेल चालू हो जाने से एयरपोर्ट तक पहुंचने में और कम वक्त लगेगा.
शहर से भी दूरी कम
सबसे बड़ी बात है कि यह राष्ट्रीय राजमार्ग 83 और राजमार्ग 78 पर अवस्थित है. शहर से भी इसकी दूरी कम है. इसके इर्द-गिर्द तरनपुर, कंडाप, लंका कछुआरा, सबलपुर, डुमरी, निमा, रसूलपुर आदि गांवों की सीमा होगी. सबसे बड़ी बात है कि नये एयरपोर्ट के उत्तर का इलाका शहरी कृषि क्षेत्र के रूप में चिह्न्ति किया गया है, जिसकी ग्रीन पट्टी पूरब से पश्चिम तक फैली है. इसका लाभ यह होगा कि इस भूखंड में भवनों का निर्माण नहीं होने से विमानों को आने-जाने में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचेगी.
तीन स्थलों में हुआ चयन
मास्टर प्लान में एयरपोर्ट के लिए तीन स्थलों का चयन किया गया था. इनमें पहला सोनपुर के शहरी क्षेत्र में स्थित था. यह पटना-दीघा रेल पुल के पास है. चूंकि यह क्षेत्र बाढ़ग्रस्त है, जिससे यहां पर बरसात में विमानों को उतरने में परेशानी होती. इसके अलावा बिहटा में भी भूखंड का चयन किया गया था. तीसरा स्थल खुसरूपुर-फतुहा के प्रस्तावित रिंग रोड के पास है. लेकिन मास्टर प्लान में अंतिम रूप से पुनपुन स्थित डुमरी गांव के पास के प्लॉट को चिह्न्ति किया जा चुका है. यहां पर जमीन को लेकर कोई समस्या नहीं है.