पटना: राज्यसभा उपचुनाव में जनता दल यूनाइटेड( जडीयू) के दोनों उम्मीदवार पवन वर्मा और गुलाम रसूल ने जीत दर्ज की है.इस मुकाबले में राजद का समर्थन पाकर जदयू ने कमाल कर दिखाया है.लालू के समर्थन के कारण जडीयू के दोनों उम्मीदवारो ने जीत दर्ज की है. हालांकि वोटिंग के वक्त क्रॉस वोटिंग की खबरें भी आती रही.शुरुआती खबरों के अनुसार 15 विधायको ने क्रॉस वोटिंग की .वोटिंग के दौरान जेडीयू और भाजपा के विधायकों के बीच झड़प भी हुई लेकिन अततः फैसला जेडीयू के पक्ष में हुआ
प्राप्त जानकारी के अनुसार वोटिंग के दौरान जेडीयू और बीजेपी के विधायक भिड़ गये. भाजपा विधायक भागीरथी देवी और जेडीयू विधायक मंजू देवी वोट देने के लिए लाइन में लगी थीं. इस दौरान नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के मुद्दे पर इनके बीच झगड़ा हो गया. मौके पर मौजदू दूसरे विधायकों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया.
भाजपा विधायक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में वोट डालेंगे.वहीं राजद ने जदयू के दोनों उम्मीदवारों गुलाम रसूल बलियावी और पवन कुमार वर्मा को समर्थन देने की घोषणा की है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की.राजद विधायक दल की दो दिनों की बैठक के बाद लालू प्रसाद ने बताया कि पार्टी ने इसके लिए उन्हें अधिकृत किया था. उन्होंने स्पष्ट किया कि जदयू को यह समर्थन भविष्य के लिए नहीं, बल्कि वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रख कर किया गया है. उन्होंने राजद के बागी विधायकों को झारखंड का उदाहरण देते हुए चेताया कि जो भी किसी लालचवश दूसरे को वोट करेगा उसकी हालत आरके अग्रवाल जैसी जेल में होगी. झारखंड में अन्य लोग सीबीआइ को फेस कर रहे हैं.
राजद अध्यक्ष ने पार्टी के लिखित निर्णय को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पढ़ कर सुनाया. राजद विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूव्रे, विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में सांप्रदायिक शक्तियां सत्ता पर काबिज होना चाहती हैं. वे सत्ताधारी दल में फूट पैदा कर राज्यसभा उपचुनाव के माध्यम से वर्चस्व स्थापित करने के लिए धन-बल और केंद्रीय सत्ता का प्रयोग कर येन केन प्रकारेण चुनाव जीतना चाहती हैं. सांप्रदायिक ताकतों ने आम जन में भ्रम पैदा कर देश में बहुमत हासिल किया है. राज्यसभा में भी अपनी ताकत बढ़ाना चाहती हैं. राजद अपने मूल सिद्धांत के प्रति उदासीन नहीं रह सकता है. इसमें राजद को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी थी. राजद ने बिहार के हित में फैसला किया है कि वह सामाजिक एवं धर्मनिरपेक्ष ताकतों की भविष्य में स्थापना और भाजपा के षड्यंत्र को असफल करने के लिए राज्यसभा उपचुनाव में सत्ता पक्ष के दोनों उम्मीदवारों का समर्थन करेगा.
जदयू की आलोचना भी की
जदयू को आड़े हाथों लेते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि वर्तमान सत्ताधारी दल (जदयू) ने ही भाजपा जैसे दल को मजबूत आधार देकर पनपने का मौका दिया है. सामाजिक न्याय की ताकत को कमजोर करने में उसने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा. लेकिन, राजद को अपनी जिम्मेदारी का एहसास है.
समर्थन देने पर पार्टी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के सवाल पर लालू प्रसाद ने कहा कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से जदयू उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा कर रहा हूं. फिर किसी के कुछ कहने का कोई मतलब नहीं रह जाता. पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए लालू ने कहा कि जो हमारे छोटे भाई हैं, उन्होंने विभिन्न मौकों पर ठेस पहुंचायी है. लेकिन, इन सभी बातों को भूल कर राजद का समर्थन जदयू के दोनों उम्मीदवारों को है. नीतीश कुमार ने पहले ही समर्थन के लिए बात की थी. हम भूत व भविष्य को छोड़ कर वर्तमान को देखते हुए समर्थन दे रहे हैं. अब यह जदयू को तय करना है कि किस उम्मीदवार को राजद के कौन-कौन विधायक वोट करेंगे. मतदान में राजद की ओर से समन्वय करने का काम विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी करेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि बुधवार की बैठक में राघवेंद्र प्रताप सिंह नहीं आये हैं. चंद्रशेखर छुट्टी लेकर गये हैं. दिनेश सिंह परिवार के इलाज के सिलसिले में दिल्ली गये हैं और केदार सिंह जेल में बंद होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं.
साबिर-अनिल के समर्थन में वोट डालेंगे भाजपा विधायक
पटना. राज्यसभा उपचुनाव में भाजपा दोनों निर्दलीय उम्मीदवार साबिर अली और अनिल शर्मा का समर्थन करेगी. बुधवार की देर रात तक चली भाजपा विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक के बाद पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने इसकी घोषणा की. सुशील मोदी के सरकारी आवास 1, पोलो रोड पर हुई बैठक में कहा गया कि जदयू उम्मीदवारों को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के समर्थन के एलान के बाद पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला लिया है. भाजपा को प्रदेश में जंगल राज के आने का एहसास हो रहा है. ऐसे में दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों
को समर्थन करने का निर्णय लिया गया है. भाजपा नेताओं ने तर्क दिया कि यदि निर्दलीय प्रत्याशियों की हार भी होती है, तो भाजपा को नुकसान नहीं होगा, क्योंकि भाजपा के उम्मीदवार नहीं हैं.
भाजपा विधायक दल की बैठक दो दौर में चली. सुबह की बैठक में भाजपा विधायक राजद के फैसले का इंतजार करते रहे. देर शाम राजद ने जब जदयू प्रत्याशियों का समर्थन करने का एलान किया, तब पार्टी ने जदयू के बागियों की ओर से खड़े किये गये निर्दलीय प्रत्याशियों का समर्थन करने का निर्णय लिया. बैठक में सुशील मोदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि भाजपा बिहार में पुन: जंगलराज नहीं आने देगी. राज्यसभा उपचुनाव में हार के डर से बड़े और छोटे भाई ने हाथ मिला लिया है. नीतीश कुमार की नैतिकता और सिद्धांत तार-तार हो गया. अगला विधानसभा चुनाव भी दोनों साथ मिल कर लड़ सकते हैं. जंगलराज की वापसी में लगे दोनों दलों के खिलाफ भाजपा अभियान चलायेगी. भाजपा 25 जून को प्रखंडों में विधि-व्यवस्था की गिरती स्थिति, बिजली संकट और राशन कार्ड मुद्दे को लेकर सीएम का पुतला फूंकेगी. 25 से 30 जून तक सभी जिलों में भाजपा का यह कार्यक्रम चलेगा. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय सहित सभी विधायक उपस्थित थे.
मतदान आज, शाम पांच बजे आयेगा रिजल्ट
राज्यसभा उपचुनाव में दो सीटों के लिए गुरुवार को वोट डाले जायेंगे. विधानसभा परिसर स्थित मतदान केंद्र पर 232 विधायक अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान की पूरी तैयारी कर ली गयी है. विधानसभा की लाइब्रेरी को मतदान केंद्र बनाया गया है. सुबह के नौ बजे से शाम चार बजे तक वोट डाले जायेंगे. शाम पांच बजे से मतों की गिनती की जायेगी. दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में जदयू ने पवन कुमार वर्मा और मौलाना गुलाम रसूल बलियावी को अपना उम्मीदवार बनाया है.वर्मा के खिलाफ निर्दलीय अनिल कुमार शर्मा और बलियावी के खिलाफ साबिर अली निर्दलीय उम्मीदवार हैं. वोट व मतगणना के दौरान सीइओ अजय वी नायक मौजूद रहेंगे. जदयू ने अधिकृत प्रत्याशियों के पक्ष में ह्वीप जारी किया है. आयोग ने रिटर्निग अफसर और विधानसभा के प्रभारी सचिव हरेराम मुखिया को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये हैं. बिहार विधानसभा के मौजूदा 232 सदस्य राज्यसभा चुनाव के मतदाता हैं. राजद ने इस चुनाव में जदयू के अधिकृत उम्मीदवार को समर्थन देने का निर्णय लिया है. भाजपा वोट के संबंध में अपना निर्णय अभी तक नहीं लिया है. चुनाव के लिए जदयू ने अपनी ओर से भी तैयारी की है. पार्टी ने दो नेताओं विजय कुमार चौधरी और श्रवण कुमार को विधायकों के वोट की जानकारी रखने की ड्यूटी लगायी है, जबकि सरकार के मंत्री ललन सिंह और अन्य नेताओं को पोलिंग एजेंट नियुक्त किया गया है. निर्दलीय उम्मीदवारों की ओर से भी पोलिंग एजेंट नियुक्त किये गये हैं.
ह्वीप मामले में साबिर अली ने आयोग से कार्रवाई की मांग की
निर्दलीय प्रत्याशी साबिर अली ने चुनाव आयोग से ह्वीप जारी करने पर कार्रवाई की मांग की है. बुधवार को अली ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा है कि ह्वीप जारी करना नियम के विपरीत है, इसलिए ह्वीप जारी करनेवालों के विरुद्ध आयोग एफआइआर दर्ज करे. चुनाव तैयारी की जायजा लेने विधानसभा परिसर पहुंचे साबिर ने जदयू पर गैर कानूनी कार्य करने का आरोप लगाया. कहा, मतदान के लिए हमारे समर्थकों को फोन पर धमकी दी जा रही है. उन्हें मेरे विरोध में मतदान के लिए लालच भी दिया जा रहा है.
जयदीप गोविंद बने विशेष पर्यवेक्षक
चुनाव आयोग ने बिहार में राज्यसभा उपचुनाव के लिए मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद को विशेष पर्यवेक्षक बनाया है. 1984 बैच के आइएएस अधिकारी गोविंद गुरुवार को मतदान शुरू होने के पूर्व विधानसभा परिसर पहुंच जायेंगे. इनकी मदद के लिए पूर्व से ही ऑब्जर्बर के रूप में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अजय नायक सहित मुख्य निर्वाचन के कार्यालय के कई अधिकारी मौजूद रहेंगे. निर्वाचन विभाग के अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव के बाद मतगणना के पूर्व मतपेटी की सुरक्षा के लिए एक पदाधिकारी और चार सुरक्षाकर्मी के जवान ने बुधवार को ही विधानसभा परिसर में मोरचा संभाल लिया है.
सांप्रदायिक शक्तियां राज्यसभा में भी ताकत बढ़ाना चाहती हैं. राजद अपने सिद्धांत के प्रति उदासीन नहीं रह सकता है. राजद को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी थी. बिहार के हित में राजद सत्ता पक्ष के दोनों उम्मीदवारों को समर्थन करेगा.
लालू प्रसाद, राजद