पटना : हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी के भीतर मंथन शुरु होने के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अपने आवास पर लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर जदयू प्रत्याशियों के साथ की गयी समीक्षा बैठक में शामिल गौतम सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने की पुष्टि करते कहा कि उन्होंने स्वयं इस पद से इस्तीफा दिया है और अब वे संगठन के लिए काम करेंगे.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि करीब चार मंत्रियों ने मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने का पत्र मुख्यमंत्री को सौंपते हुए पार्टी के लिए काम करने की इच्छा जतायी पर इसकी जदयू द्वारा अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गयी.
आज 14 नए मंत्रियों के शपथ लिए जाने के बाद पत्रकारों द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर शाही ने कहा कि यह रहस्य है जो कि वह मीडिया से साझा नहीं कर सकते. वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने भी इस तरह की बात को खारिज किया.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की उपस्थिति में नीतीश कुमार ने जदयू के सभी 37 लोकसभा प्रत्याशियों से अलग-अलग बात की और उनसे लोकसभा चुनाव में उनकी हार के कारणों के बारे में जानकारी हासिल की.
जदयू प्रत्याशियों के साथ हुयी बैठक के बारे में नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को आज समीक्षा बैठक में आमंत्रित किया गया था. सभी प्रत्याशियों ने अपने अनुभवों को बताया तथा अपना-अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और बैठक के दौरान आगे की रणनीति पर विचार किया गया.
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस बैठक के बाद कल जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. एक प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि अभी समीक्षा का दौर चलेगा.
जदयू की इस समीक्षा बैठक के बारे में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के जदयू प्रत्याशियों की एक बैठक बुलायी गयी थी. उनके साथ समीक्षा की गयी.
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद जदयू की इस बैठक को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि बैठक के दौरान जदयू प्रत्याशियों को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उत्साहित किया.
लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन के बारे में उन्हांेने कहा कि चुनाव में हुये भ्रामक प्रचार से लोगों में भ्रम पैदा हुआ जिसके परिणामस्वरुप ऐसा परिणाम आया
उन्होंने कहा कि बैठक में बहुत सारी और भी बातें हुयी है और जनता हमारे साथ हैं. हम पुन: बडी शक्ति के रुप में उभरेंगे. उल्लेखनीय है कि भाकपा के साथ गठबंधन के तहत हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव लडी जदयू बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से मात्र दो सीटों पर ही विजय हासिल कर सकी थी, जबकि वर्ष 2009 के चुनाव में पार्टी ने 20 सीटों पर विजय पायी थी. लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 17 मई को नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.