पटना: बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से करीब 24 सीटों पर बसपा, आप और सपा उम्मीदवारों को नोटा बटन दबाने वाले मतदाताओं की कुल संख्या से कम मत प्राप्त हुए हैं.निर्वाचन आयोग द्वारा जारी चुनावी आंकडों के अनुसार बिहार के समस्तीपुर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 29211 मतदाताओं ने ईवीएम का नोटा (इनमें से कोई नहीं) बटन दबाया था.
समस्तीपुर से लोजपा उम्मीदवार और रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अशोक कुमार चौधरी को करीब सात हजार मतों से पराजित किया था.निर्वाचन आयोग द्वारा ईवीएम में दर्ज उम्मीदवारों के नाम के अलावा नोटा नामक एक बटन पहली बार जोडा गया था, जिसका इस बार 5.81 लाख मतदाताओं ने उपयोग किया. बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 6.21 करोड है.
इस चुनाव में बसपा, समा और आप जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के प्रमुख नेताओं यथा मायावती, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और मनीष सिसोदिया द्वारा बिहार में अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किए जाने के बावजूद करीब 24 लोकसभा सीटों पर उनके उम्मीदवारों को नोटा बटन दबाने वाले मतदाताओं की कुल संख्या से कम मत प्राप्त हुए.हाजीपुर संसदीय सीट से लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान विजयी रहे थे. यहां नोटा बटन का उपयोग करने वाले कुल मतदाताओं की संख्या 15094 थी. लेकिन वहां बसपा उम्मीदवार को 12688 मत, आप के उम्मीदवार को 6344 और सपा उम्मीदवार को 4185 मत प्राप्त हुए