पटना: 17 अप्रैल को होनेवाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. मंगलवार की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार का शोर थम जायेगा. इस चरण में पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा, बक्सर, जहानाबाद, आरा व मुंगेर में वोट डाले जायेंगे. जिन दिग्गजों की किस्मत उस दिन इवीएम में बंद होगी, उनमें फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, पूर्व डीजीपी आशीष रंजन सिन्हा, पूर्व मंत्री अश्विनी चौबे व जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शामिल हैं.
42,600सुरक्षा बल
मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने सोमवार को दावा किया कि पहले चरण के मुकाबले सरकार ने दूसरे चरण के लिए अधिक कारगर इंतजाम किये हैं. इस बार जल, थल व वायु तीनों ही स्तरों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. कमजोर वर्ग के मतदाताओं का उन्होंने आह्वान किया कि वे बिना किसी डर के निर्भीक होकर मतदान केंद्रों पर जाएं और अपनी पसंद के उम्मीदवारों को वोट दें. दूसरे चरण के मतदान को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त तरीके से संपन्न कराने के लिए सातों लोकसभा क्षेत्रों में कुल 42 हजार, छह सौ सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गयी है. राज्य के 11 जिलों में पड़नेवाले सात लोकसभा क्षेत्रों में 17 अप्रैल को मतदान होना है. इनमें मुंगेर, नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, जहानाबाद, आरा व बक्सर संसदीय क्षेत्र शामिल हैं.
मुख्य सचिव ने बताया कि दूसरे चरण के मतदान के लिए सभी सात संसदीय क्षेत्रों में कुल 226 कंपनी सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. इनमें 152 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के अलावा 74 कंपनी बीएमपी के अलावा जिला पुलिस बल और होमागार्ड भी शामिल हैं. अर्धसैनिक बलों में बीएसएफ की 35, आइटीबीपी की 12, सीआरपीएफ की 3, एसएसबी की 29, सीआइएसएफ की पांच, आरपीएफ की 15 मध्यप्रदेश से आयी सैप की 20 कंपनियां शामिल हैं. इसके अलावा सशस्त्र जिला पुलिस और होमगार्ड के भी 20 हजार जवान शामिल हैं. उन्होंने बताया कि मतदान के समय सेना के दो हेलीकॉप्टर आसमान से जमीन पर होनेवाली हर गतिविधि पर नजर रखेंगे.
बूथ पर सैप नहीं
किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए पटना में एक एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गयी है. नदियों में नौकाओं से गश्ती करने और दियारा इलाकों के लिए घुड़सवार पुलिस बल की भी तैनाती की गयी है. एक सवाल के जवाब में मुख्य सचिव ने कहा कि बिहार के सैप जवानों को भी चुनाव डय़ूटी पर लगाया गया है, लेकिन व्यवस्था यह कि वे किसी भी बूथ पर मौजूद नहीं रहेंगे. चुनाव आयोग की अनुमति से उन्हें गश्ती और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि दूसरे चरण मतदान में भी कुछ नक्सल प्रभावित सुदूर इलाकों में शाम 4 बजे तक ही मतदान की व्यवस्था है. मुख्य सचिव ने बताया कि सरकार ने कमजोर वर्ग के लोगों की बस्तियों की एक सूची तैयार की है. यह सूची पिछले चुनावों में बाहुबलियों द्वारा कमजोर वर्ग के लोगों को डराने-धमकाने की घटना के आलोक में तैयार की गयी है. इस बार के चुनाव में इन सभी बस्तियों में सुरक्षा के खास इंतजाम किये गये हैं. उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में इन बस्तियों के लोगों को बाहुबलियों द्वारा डराने-धमकाने की घटनाएं हुई थीं. संवाददाता सम्मेलन में गृह सचिव आमिर सुबहानी व डीजीपी अभयानंद भी मौजूद थे.
66,280 लोगों के खिलाफ कार्रवाई
मुख्य सचिव एके सिन्हा ने कहा कि इस बार चुनाव से पहले पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाइयों के तहत कुल तीन लाख, 17 हजार, 283 लोगों के खिलाफ धारा 107 व 110 के तहत कार्रवाई की गयी है, जिसमें 66,280 उन जिलों के हैं, जहां आगामी 17 अप्रैल को मतदान होना है. साथ ही कुल एक लाख, 33 हजार, 854 लोगों को थाने में बुला कर बांड भरवाया गया है. इनमें 3 हजार, 103 लोग उन जिलों से हैं जहां 17 अप्रैल को मतदान होना है. कुल 44 हजार, 136 लोगों से उनके लाइसेंसी हथियारों को जमा कराया गया है. इनमें 16 हजार, 835 लोग उन सात लोकसभा क्षेत्रों से हैं, जहां आगामी गुरुवार को मतदान होगा. साथ अपराध नियंत्रण के लिए कुल दो हजार, 463 आपराधिक तत्वों को जिला बदर किया जा चुका है.