पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के घोषणापत्र को मंगलवार को बिहार को अपमानित करने वाला बताया है. रामनवमी के दिन प्रदेश जदयू कार्यालय में उन्होंने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र विकास की प्रक्रिया में सभी समुदायों की भागीदारी को नकारने वाला है.
भाजपा के लोग बिहार के लिए विशेष राज्य के दज्रे की मांग का पहले मजाक उड़ाते थे. बाद में कहने लगे कि केंद्र में हमारे नेता की सरकार बनेगी,तो बिहार को विशेष राज्य दर्जा मिलेगा. लेकिन, उनके घोषणापत्र में इसका कोई जिक्र ही नहीं है. अब भाजपा के नेताओं को बताना चाहिए कि विशेष राज्य के दज्रे के सवाल पर उनका क्या कहना है. यह घोषणापत्र महंगाई, भ्रष्टाचार और दूसरे बुनियादी सवालों को दरकिनार कर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को तेज करने वाला है.
विशेष राज्य के मसले पर उन्होंने राजद और कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री ने भाजपा घोषणापत्र को भारत को आवारा पूंजीवाद के हाथों सौंपने का दस्तावेज करार देते हुए कहा कि इससे क्षेत्रीय विषमता और गरीबी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि देश में सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा ने अपना घोषणापत्र तब जारी किया, जब पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका था. यह मतदाताओं का अपमान है.