पटना: पूर्व वार्ड पार्षद मुन्ना राय को किसी और ने नहीं, बल्कि उसने खुद गोली मारी थी. इसके पीछे दूसरे पक्ष के सिद्धार्थ को फंसाने की मंशा थी. सिद्धार्थ से उसका जमीनी विवाद चल रहा है. रंगदारी के एक मामले में मुन्ना राय काफी दिनों से फरार था. उसके खिलाफ न्यायालय द्वारा कुर्की-जब्ती का वारंट निर्गत था. यह वारंट पुलिस को मंगलवार को मिला था और वह मुन्ना को खोजने के लिए उसी दिन उसके घर पर गयी थी. हालांकि वह नहीं मिला था. यह खुलासा पुलिस के अनुसंधान में सामने आया है.
जक्कनपुर थानाध्यक्ष अजरुन लाल ने बताया कि मुन्ना राय ने खुद ही गोली मार ली थी. गोली भी ऐसी थी, जिससे शरीर को ज्यादा नुकसान नहीं हो सके. घटना को अंजाम देने के बाद उसने सिद्धार्थ को फंसाने का प्रयास किया था. उन्होंने बताया कि मुन्ना का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है और ठीक होने के बाद जेल भेज दिया जायेगा.
मालूम हो कि बुधवार की रात में अचानक ही मुन्ना राय को गोली लगने की जानकारी जक्कनपुर पुलिस को मिली. पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे इलाज के लिए पीएमसीएच ले गयी. वहां गोली की जांच करने पर सारी कहानी सामने आ गयी और वह खुद के ही बुने जाल में फंस गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.