रियो डि जनेरियो : ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनकर इतिहास रचने के कुछ घंटों के बाद दीपा करमाकर ने आज यहां रियो ओलंपिक खेलों की परीक्षण प्रतियोगिता में वाल्ट्स फाइनल में स्वर्ण पदक जीता. बाइस साल की दीपा 14 . 833 अंक के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ महिला वाल्ट्स […]
रियो डि जनेरियो : ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनकर इतिहास रचने के कुछ घंटों के बाद दीपा करमाकर ने आज यहां रियो ओलंपिक खेलों की परीक्षण प्रतियोगिता में वाल्ट्स फाइनल में स्वर्ण पदक जीता.
बाइस साल की दीपा 14 . 833 अंक के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ महिला वाल्ट्स फाइनल में शीर्ष पर रही और इस वैश्विक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता जो भारतीय जिम्नास्ट के लिए बड़ी उपलब्धि है.दीपा ने पहले प्रयास में ही 14 . 833 अंक जुटाए. उन्होंने अपने दूसरे और अंतिम प्रयास में 14 . 566 अंक जुटाए.
वाल्ट्स में दीपा के इस स्वर्ण पदक का हालांकि उनके ओलंपिक क्वालीफिकेशन से कोई लेना देना नहीं है.भारतीय जिम्नास्टिक अधिकारियों ने बताया कि पहली बार किसी भारतीय महिला ने वैश्विक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है.