पेरिस : फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल मुकाबले में जीत दर्ज कर स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका ने फ्रेंच ओपन पुरुष एकल फाइनल में पहली बार प्रवेश किया. विल्फ्रेंड सोंगा अगर फाइनल में प्रवेश करते तो यह फ्रांस वासियोंके लिए बड़ी सफलता होगी.आठवीं वरीय वावरिंका ने 14वें वरीय स्थानीय खिलाड़ी को चार सेट तक चले मुकाबले में 6-3, 6-7, 7-6, 6-4 से शिकस्त दी.
दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की उम्मीद लगाये बैठे वावरिंका का सामना अब फाइनल में शीर्ष वरीय नोवाक जोकोविच और तीसरे वरीय एंडी मरे के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा.वर्ष 2014 के आस्ट्रेलियाई ओपन विजेता वावरिंका ने पहली बार पेरिस में फाइनल में जगह बनायी है और इस दौरान अब तक उन्होंने सिर्फ दो सेट गंवाए हैं.
दूसरी तरफ 1983 में यानिक नोह के बाद फ्रांच ओपन खिताब जीतने वाला मेजबान देश का पहला पुरुष एकल खिलाड़ी बनने के सोंगा के इंतजार को वावरिंका ने और बढ़ा दिया. रोलां गैरो पर फाइनल में पहुंचने वाले मेजबान देश के आखिरी पुरुष खिलाड़ी हेनरी लेकोनटे थे जिन्होंने 1988 में यह उपलब्धि हासिल की थी.
वावरिंका ने मैच के बाद कहा, यह कड़ा मुकाबला था, शारीरिक तौर पर काफी कड़ा, दोनों तरफ से काफी जज्बा दिखाया गया और कोई भी इस मैच को जीत सकता था. उसके पास तीसरे सेट में मेरी सर्विस तोड़ने का मौका था. उसके लिए टूर्नामंेट शानदार रहा और वह भी फाइनल में जगह बनाने का उतना ही हकदार है जितना मैं.
वावरिंका ने मैच की शानदार शुरुआत की और पहले सेट के चौथे गेम में सोंगा की सर्विस तोड़ी और फिर आसानी से सेट जीत लिया. दूसरे सेट की शुरुआत में भी वावरिंका ने सोंगा की सर्विस तोड़ी. वावरिंका ने हालांकि आठवें गेम में डबल फाल्ट किया जिसका फायदा उठाते हुए सोंगा ने उनकी सर्विस तोडकर बराबरी हासिल कर ली. वावरिंका 11वंे गेम में पांच ब्रेक प्वाइंट का फायदा उठाने में नाकाम रहे जिसके बाद सोंगा ने टाईब्रेकर में 7-1 से सेट जीत लिया.
तीसरे सेट में सोंगा ने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद यह सेट भी टाईब्रेकर में खिंचा और इस बार वावरिंका ने इसे 7-3 से जीतकर 2-1 की बढत बनाई. चौथे सेट में एक बार फिर वावरिंका ने शुरुआत में ही सोंगा की सर्विस तोडी और फिर आसानी से सेट और मैच अपने नाम करते हुए 11 प्रयास में पहली बार यहां फाइनल में जगह बनायी.