नयी दिल्ली : ओडिशा की प्रतिभाशाली फर्राटा धाविका दुती चंद को स्विटजरलैंड स्थित खेल पंचाट ने जून में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग लेने की अनुमति दे दी. इसके बाद उसका अंतरराष्ट्रीय करियर लिंग परीक्षण को लेकर आईएएएफ की नीति के खिलाफ उसकी अपील पर अंतिम फैसले पर निर्भर होगा. महिला धाविका दुती को […]
नयी दिल्ली : ओडिशा की प्रतिभाशाली फर्राटा धाविका दुती चंद को स्विटजरलैंड स्थित खेल पंचाट ने जून में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग लेने की अनुमति दे दी. इसके बाद उसका अंतरराष्ट्रीय करियर लिंग परीक्षण को लेकर आईएएएफ की नीति के खिलाफ उसकी अपील पर अंतिम फैसले पर निर्भर होगा.
महिला धाविका दुती को सिर्फ जून में चीन में होने वाली चैम्पियनशिप में भाग लेने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा वह बाकी टूर्नामेंटों में भाग नहीं ले सकती. समझा जाता है कि भारतीय एथलेटिक्स महासंघ को आईएएएफ से पत्र के मार्फत यह जानकारी मिली है कि दुती चीन के वुहान में तीन से सात जून तक होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग ले सकती है.
पत्र में कहा गया , खेल पंचाट के अंतिम फैसले तक दुती सिर्फ राष्ट्रीय टूर्नामेंटों और चीन में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग ले सकेगी. इसके अलावा तब तक किसी अंतरराष्ट्रीय या उपमहाद्वीपीय टूर्नामेंट में वह भाग नहीं ले सकेगी. दुती की अपील पर सुनवाई 26 मार्च को खत्म हो गई और अगले कुछ महीने में इस पर फैसला आयेगा.
भारतीय खेल प्राधिकरण ने कहा कि वह दुती का समर्थन करता रहेगा. साइ ने एक विज्ञप्ति में कहा , ओडिशा की फर्राटा धाविका दुती चंद के मामले की सुनवाई लुसाने स्थित खेल पंचाट में खत्म हो गई है. साइ ने अगस्त 2014 में उसे अयोग्य करार दिये जाने के बाद से उसका समर्थन किया है. हमने उसकी अपील का समर्थन किया और एनएसएनआईएस पटियाला स्थित सेंटर आफ एक्सीलैंस में उसे बहाल किया.
इसमें कहा गया , दिसंबर 2014 में दुती को प्रतिस्पर्धा में भाग लेने की अस्थायी अनुमति मिली थी. उसने उसने केरल में 35वें राष्ट्रीय खेलों में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीते. साइ और खेल मंत्रालय उसका साथ देते रहेंगे. दुती हैदराबाद में पुलेला गोपीचंद अकादमी में अभ्यास करती रहेगी.