नयी दिल्ली : पूर्व राष्ट्रीय कोच विमल कुमार ने कहा कि शीर्ष खिलाडियों के खिलाफ लगातार करीबी मुकाबले हारने से साइना नेहवाल रो पड़ती थी लेकिन उसने दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने का जबर्दस्त जज्बा दिखाया. पिछले साल सितंबर में पुलेला गोपीचंद से अलग होने के बाद साइना लगातार विमल कुमार के साथ अभ्यास […]
नयी दिल्ली : पूर्व राष्ट्रीय कोच विमल कुमार ने कहा कि शीर्ष खिलाडियों के खिलाफ लगातार करीबी मुकाबले हारने से साइना नेहवाल रो पड़ती थी लेकिन उसने दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने का जबर्दस्त जज्बा दिखाया.
पिछले साल सितंबर में पुलेला गोपीचंद से अलग होने के बाद साइना लगातार विमल कुमार के साथ अभ्यास कर रही है. विमल ने कहा कि साइना की जीत की ललक की तुलना टेनिस दिग्गज रोजर फेडरर और रफेल नडाल से की जा सकती है.
उन्होंने कहा , वह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों में से एक है. वह खराब दौर से गुजर रही थी जो किसी भी खिलाड़ी के साथ हो सकता है. मैने उसके भीतर अच्छे प्रदर्शन की वह ललक देखी है जो फेडरर या नडाल जैसे बिरले खिलाडियों में होती है. वे इतना कुछ हासिल कर चुके हैं लेकिन अभी भी सर्वश्रेष्ठ बनना चाहते हैं. यही ललक साइना में है.