नयी दिल्ली : एथलेटिक्स, हॉकी और निशानेबाजी सहित नौ खेलों को खेल मंत्रालय ने नवीनतम वर्गीकरण के तहत नये गठित उच्च प्राथमिकता वर्ग में डाला है जिससे इनकी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में केंद्रीय सहायता सुनिश्चित हो पाएगी.
मंत्रालय ने एथलेटिक्स, बैडमिंटन, हाकी, निशानेबाजी, टेनिस, भारोत्तोलन, कुश्ती, तीरंदाजी और मुक्केबाजी को उच्च प्राथमिकता वाली सूची में डाला है. इस वर्गीकरण के तहत इन खेलों की सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैम्पियनशिप के लिए मंत्रालय ने पैसा मिलेगा. ओलंपिक और एशियाई खेलों में प्रदर्शन के आधार पर यह वर्गीकरण किया गया है.
खेल मंत्रालय ने बयान में कहा, उन खेलों में जिनकी पिछली प्रतियोगिताओं में भारत व्यक्तिगत स्पर्धा में छठे स्थान तक और टीम स्पर्धा में आठवें स्थान तक रहा है उनके सभी अनिवार्य, रैंकिंग और क्वालीफाइंग प्रतियोगिताओं के लिए भी पैसा दिया जाएगा. बाकी बची स्पर्धाओं और प्रतियोगिताओं के लिए कोष पर फैसला खेल सचिव की अगुआई वाली समिति करेगी.
बयान के अनुसार, यह वर्गीकरण तत्काल प्रभाव से लागू होगा. ऐसी पिछली समीक्षा अप्रैल 2008 में की गई थी. अब ओलंपिक 2012 और एशियाई खेल 2014 संपन्न होने के बाद मंत्रालय ने दोबारा समीक्षा की है. नये वर्गीकरण के तहत जिम्नास्टिक का दर्जा बढाकर इसे प्राथमिकता सूची में डाला गया है जिसमें पहले से ही फुटबॉल, शतरंज, गोल्फ और तैराकी जैसे खेल शामिल हैं.