नयी दिल्ली : जूनियर महिला मुक्केबाजों के प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेकर हंगामें के बाद बॉक्सिंग इंडिया ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. बॉक्सिंग इंडिया ने कहा कि जूनियर मुक्केबाजों का नहीं सिर्फ सीनियर लड़कियों के ही टेस्ट कराये गये जो इसकी पात्रता रखती थी. गौरतलब हो कि जूनियर महिला मुक्केबाजों को आगामी विश्व […]
नयी दिल्ली : जूनियर महिला मुक्केबाजों के प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेकर हंगामें के बाद बॉक्सिंग इंडिया ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. बॉक्सिंग इंडिया ने कहा कि जूनियर मुक्केबाजों का नहीं सिर्फ सीनियर लड़कियों के ही टेस्ट कराये गये जो इसकी पात्रता रखती थी.
गौरतलब हो कि जूनियर महिला मुक्केबाजों को आगामी विश्व चैम्पियनशिप से पहले गर्भ परीक्षण से गुजरना पड़ा. खबर जब मीडिया जगत में फैली तो काफी हंगामा हुआ और जिसके बाद बॉक्सिंग महासंघ को इस मामले में आगे आकर बयान देना पड़ा.
बॉक्सिंग इंडिया ने आज कहा कि एआईबीए ने इस महीने के आखिर में होने वाली चैम्पियनशिप के लिये जो निमंत्रण भेजा है , उसमें साफ तौर पर लिखा है कि सभी प्रतिभागी मुक्केबाजों को एक मेडिकल डाक्टर से ह्यनान प्रेगनेंसी फार्म लेना होगा.इसमें कहा गया ,आमंत्रण में साफ तौर पर लिखा है कि सभी मुक्केबाजों को यह फार्म लाना होगा. भारतीय टीम मुक्केबाजों ने टीम कोचों और मुख्य कोच के जरिये बाक्सिंग इंडिया से साइ के किसी डाक्टर के जरिये ये टेस्ट कराने का अनुरोध किया था.
महासंघ ने कहा , कुछ मीडिया रपटों में कहा गया कि जूनियर लडकियों का गर्भ परीक्षण कराया गया लेकिन ये खबरें बेबुनियाद और भ्रामक हैं. एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप जेजु 2014 में भागीदारी की न्यूनतम आयुसीमा 19 साल है और इस शिविर में भाग ले रही सबसे युवा मुक्केबाज 20 बरस की है. इसमें कहा गया , चूंकि इस शिविर में कोई जूनियर लड़की भाग नहीं ले रही लिहाजा जूनियर लड़कियों के गर्भ परीक्षण का सवाल ही पैदा नहीं होता.